भोपाल। घर से तीन दिन पहले निकले दसवीं के छात्र का क्षत-विक्षत शव हबीबगंज रेलवे ट्रैक पर मिलने से सनसनी फैल गई। उसकी गुमशुदगी अवधपुरी थाने में दर्ज थी। गंभीर बात ये है कि 15 साल के बच्चे के शव को हबीबगंज पुलिस ने 45 साल के व्यक्ति का मानकर दफन भी कर दिया। तीन दिन बाद वाॅट्सएप पर मिली तस्वीर देखकर परिजनों को बच्चे की मौत का पता चला। पुलिस की लापरवाही से नाराज परिजनों ने हबीबगंज थाने का घेराव कर दिया।
इसके बाद पुलिस ने SDM की इजाजत के बाद छात्र का शव परिजनों को सौंप दिया। परिवार का आरोप है कि उसके साथ कोई अनहोनी हुई है, इसलिए मामले की नए सिरे से जांच कराई जाए। पुलिस के मुताबिक अमित सोनकर (Amit Sonkar) विक्रम स्कूल (Vikram School) में कक्षा दसवीं का छात्र (10th student) था। उसके पिता प्रदीप भेल में काॅन्ट्रैक्ट कर्मचारी हैं। ममेरे भाई मनीष ने बताया कि अमित 5 मई की सुबह करीब 6 बजे साइकिल लेकर घर से निकला था। कहकर गया था कि मैं अभी लौटता हूं। दोपहर तक नहीं लौटा तो परिजनों ने तलाश शुरू की। शाम को अवधपुरी थाना पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज की। अमित घर का इकलौता बेटा था। उसकी एक छोटी बहन भी है। वह बोलकर निकला था कि मम्मी आप नाश्ता बनाओ, मैं लौटकर आता हूं। होनहार बेटे की मौत का पता चलने के बाद से ही मां के आंसू थम नहीं रहे हैं। वह बार-बार कहती है कि बेटा नाश्ता तैयार हो गया है, अब तो आजा...
85 फीसदी अंकों से पास की थी दसवीं की परीक्षा :
मनीष ने बताया कि छह मई को आए दसवीं के परीक्षा परिणाम में वह 85 फीसदी अंकों के साथ वह पास हुआ था। घर में भी कोई तकलीफ नहीं थी। उसकी साइकिल भी हबीबगंज नाकेे के पास खड़ी मिली है। उसके साथ कोई अनहोनी ही हुई है, क्योंकि खुदकुशी जैसा कोई कारण सामने नहीं आया है। उसकी मौत की जांच नए सिरे से करवाई जानी चाहिए।
शव फूलने के कारण नहीं लगा उम्र का अंदाजा :
टीआई हबीबगंज सत्यप्रकाश सक्सेना ने बताया कि गर्मी के दिन होने के कारण शव काफी फूल गया था, जिससे वह 40-45 वर्ष के व्यक्ति का लग रहा था। शव के हुलिए के आधार पर पुलिस कंट्रोल रूम के जरिए सभी थानों को सूचना प्रसारित करवाई गई। शव अज्ञात का था, इसलिए पुलिस ने इसे मर्चूरी में रखवा दिया था। एक दिन बाद यानी मंगलवार को उसे दफना दिया गया।