भोपाल। RATAN EMPORIUM SECURITY SERVICES और मप्र पर्यटन विकास निगम (एमपीटी) के अधिकारियों के बीच हुए कथित अपवित्र गठबंधन की तलाश लोकायुक्त पुलिस ने शुरू कर दी है। एमपीटी में हुए 'सुरक्षा गार्ड टेंडर घोटाला' मामले में लोकायुक्त पुलिस एमपीटी के एमडी हरिरंजन राव को नोटिस जारी कर चुका है। अफसरों में दहशत का आलम यह है कि एमडी ने नोटिस का जवाब देने के लिए पुलिस से 15 दिन का समय मांगा है।
लोकायुक्त ने स्पष्ट शब्दों में उत्तर मांगे
लोकायुक्त अधिकारियों के अनुसार घोटाले के संबंध में निगम द्वारा आधी-अधूरी जानकारी उपलब्ध कराई गई है। लोकायुक्त पुलिस ने नोटिस भेजकर जानकारी मांगी है कि निगम में कुल कितने गार्ड लगाए गए। रतन एंपोरियम को कितना भुगतान किया गया और भुगतान का अंतिम निर्णय लेने वाले कौन अधिकारी जिम्मेदार हैं। यह भी पूछा गया कि टेंडर कुशल या अर्द्ध कुशल किस श्रमिक (सिक्योरिटी गार्ड) के लिए था। इस नोटिस के पहले भी लोकायुक्त पुलिस द्वारा नोटिस भेजे गए, लेकिन निगम ने आधी-अधूरी जानकारी भेजी।
पूर्व एमडी अश्विन लोहानी जांच की जद में
लोकायुक्त के नए नोटिस के बाद निगम के अफसर परेशान हैं। एमपीटी के तत्कालीन एमडी अश्विन लोहानी ने टेंडर का अंतिम अनुमोदन किया था। इसलिए वे भी जांच की जद में हैं। टेंडर घोटाले में जारी नोटिस का जबाव एमपीटी के एमडी राव को देना है। उन्होंने बुधवार को लोकायुक्त पुलिस से नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय मांगा है।