भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भोपाल लोकसभा सीट की चुनौती को ना केवल स्वीकार किया है लेकिन वो अपने ही तरीके से लड़ भी रहे हैं। जहां एक ओर भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के साथ 5000 गैर राजनैतिक कार्यकर्ताओं की फौज तैनात की जा रही है। जनसंपर्क के लिए हाईटेक रथ दिया गया है वहीं दिग्विजय सिंह खुद को 'बर्रूकट भोपाली' साबित करने पर तुल गए हैं। अब वो पूरी लोकसभा की पैदल परिक्रमा करने वाले हैं। बता दें कि दिग्विजय सिंह 6 माह और करीब 3500 किलोमीटर की पैदल नर्मदा परिक्रमा कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि दिग्विजय सिंह की यह पदयात्रा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 तक और शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक चलेगी। इसमें दिग्विजय के साथ कांग्रेस के बड़े नेता भी शामिल होंगे।दिग्विजय सिंह पांच मई से पदयात्रा शुरू करेंगे। पदयात्रा बैरागढ़ से शुरू होगी। इस यात्रा में बीजेपी के कब्जे की तीन विधानसभाओं पर फोकस किया जाएगा। इसमें गोविंदपुरा, नरेला और हुजूर विधानसभा शामिल हैं। इस दौरान दिग्विजय सिंह सुबह 9 बजे से दोपहर 12 तक और शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक पदयात्रा करेंगे। पदयात्रा का रोडमैप भी उन बूथों के आधार पर तैयार किया जा रहा है जहां कांग्रेस की स्थिति कमजोर रही है।
साध्वी की फौज का जवाब पदयात्रा
इससे पहले दिग्विजय सिंह अपनी सारी चुनावी जमावट कर चुके हैं। कर्मचारी, व्यापारी सहित समाज के सभी वर्गों से के नेताओं से बातचीत कर चुके हैं। कई सम्मेलनों को संबोधित कर चुके हैं। जातिवाद की राजनीति का गणित भी पूरी तरह से जमाया जा चुका है। वो लगातार भोपाल के विकास की बात कर रहे हैं। अपना विजन भी सार्वजनिक कर चुके हैं। अब साध्वी प्रज्ञा सिंह के समर्थन में उतरने जा रही 5000 बाहरी गैर राजनैतिक कार्यकर्ताओं की फौज के जवाब में दिग्विजय सिंह अपना लश्कर लेकर पदयात्रा पर निकलने जा रहे हैं।