निवेश (INVESTMENT) के मामले में पुराना सिद्धांत है कि सबसे ज्यादा मुनाफा प्रॉपर्टी (PROPERTY) में मिलता है, फिर गोल्ड (GOLD) और अंत में बैंक एफडी (Bank FD) शेयर बाजार का रिटर्न (Return of stock market) भी गोल्ड के आसपास ही बैठता था परंतु पिछले साल सीन बदला है। STOCK MARKET ने REAL ESTATE से ज्यादा रिटर्न दिया है। लोगों ने STOCK MARKET से काफी पैसा बनाया है।
दरअसल बीते वर्षों में शेयर बाजार में सही वक्त पर, और सही जगह पर निवेश कर लोगों ने खूब पैसा बनाया है। खासकर म्यूचुअल फंड, आईपीओ (Mutual Funds, IPO) और शेयर बाजार में छोटी रकम लगाकर निवेशकों से बड़ा फंड तैयार किया है। आज हर कोई म्यूचुअल फंड के पीछे भागते हैं, इसकी वजह से यह है कि पिछले कुछ सालों में म्यूचुअल फंड से निवेशकों को उम्मीद से ज्यादा रिटर्न दिया है। ऐसे में निवेशकों का म्यूचुअल फंड आज की तारीख में पहली पसंद है।
म्यूचुअल फंड आपको बैंक सेविंग्स अकाउंट और फिक्स डिपोजिट्स से ज्यादा रिटर्न देते हैं। खासकर म्यूचुअल इक्विटी फंड ने निवेशकों को करोड़पति बनाया है, वो भी महज 5000 हजार रुपये के निवेश पर। इन फंडों ने पिछले 20 या उससे भी अधिक वर्षों में लगातार 20 फीसदी से ज़्यादा CAGR (कम्पाउंड एनुअल ग्रोथ रेट या चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर) से रिटर्न (Return) दिया है। उदाहरण के लिए नीचे 5 फंड और उससे मिले रिटर्न के बारे में जानिए।
फ्रैंकलिन इंडिया प्राइमा फंड / Franklin India Prima Fund
दिसंबर 1993 में शुरू हुए इस म्यूचुअल फंड ने अबतक शानदार प्रदर्शन किया है। आंकड़ों को देखें तो पिछले 25 सालों से इस फंड का सीएजीआर 21.02 फीसदी रहा। जबकि अप्रैल 1998 से 2018 के अप्रैल तक रिटर्न सालाना 25.11 फीसदी के हिसाब से रहा है। यानी जिसने 1 अप्रैल 1998 को इस म्यूचुअल फंड में 5,000 रुपये महीने के हिसाब से निवेश किया होगा, उसे 31 मार्च 2018 के बाद 2.38 करोड़ रुपये मिले होंगे।
रिलायंस ग्रोथ फंड / Reliance Growth Fund :
पिछले 20 साल के दौरान रिटर्न के हिसाब से ये फंड दूसरे नंबर पर रहा, इस फंड में 1 जनवरी 1999 से लगातार 5000 रुपये निवेश करने वाले को 01 मार्च 2018 के बाद करीब 1.70 करोड़ रुपये रिटर्न मिला होगा। जबकि इस दौरान केवल 11,55,000 रुपये निवेश किया गया।
एचडीएफसी इक्विटी फंड / HDFC Equity Fund :
HDFC का ये फंड तीसरे नंबर रहा था। पिछले 20 साल में इसका सीएजीआर 23.56 प्रतिशत रहा। अगर किसी ने इसमें 1 अप्रैल, 1998 से लगातार 5,000 रुपये महीने SIP किया होगा, तो 31 मार्च 2018 के बाद उसके खाते में 1.95 करोड़ रुपये आए होंगे।
रिलायंस विजन फंड / Reliance Vision Fund:
रिलायंस का ये फंड भी निवेशकों को खूब भाया। जिसका सीएजीआर रिटर्न पिछले 20 वर्षों के दौरान 19.92 फीसदी रहा है, इस म्यूचुअल इक्विटी फंड में अगर आप 20 साल पहले 5,000 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से निवेश करना शुरू करते, तो इसी महीने की पहली तारीख को आपके खाते में 1.46 करोड़ रुपये जमा होते।
एचडीएफसी टॉप 200 फंड / HDFC Top 200 Fund :
देश में रिटर्न के मामले में ये HDFC का टॉप 200 फंड पांचवें नंबर था, जिसका सीएजीआर रिटर्न शुरुआत से अबतक 20.88 फीसद रहा, और इस फंड में जिसने 20 साल पहले 5,000 रुपये महीने निवेश किया होगा, उन्हें रिटर्न 1.43 करोड़ रुपये मिला होगा।
वैसे पिछले करीब 30 वर्षों में इक्विटी ने निवेशकों खूब मालामाल किया है लेकिन इक्विटी में कौन-सा स्टॉक चुने इसपर सबकुछ निर्भर करता है। जानकारों के मुताबिक इक्विटी में निवेश से पहले अपनी रिस्क कैपिसिटी को जरूर समझें। कोई स्टॉक खरीदने से पहले उस कंपनी की पूरी जानकारी जांच लें। वहीं जानकारों का ये मानना है कि मार्केट गिरने पर पीएसयू कंपनियों के शेयर तेजी से नहीं गिरते हैं।
क्योंकि रिटर्न के हिसाब से इक्विटी सबसे बेहतर विकल्प साबित हुए हैं। पिछले कुछ सालों से एफडी, गोल्ड और रियल एस्टेट के मुकाबले इक्विटी में बेहतर रिटर्न मिला है। इक्विटी में निवेश से महंगाई की मार से बचा जा सकता है।
शेयर बाजार को करीब से देखने वालों की मानें तो इक्विटी की जानकारी नहीं होने पर म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए। मार्केट की समझ होने पर ही इक्विटी में सीधे निवेश करें इंश्योरेंस के मुकाबले म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प है। गौरतलब है कि जोखिम की चाल बाजार की चाल पर निर्भर करता है।
इसक अलावा निवेशक आज भी म्यूचुअल फंड में 10 हजार रुपये हर महीने SIP करके बड़ा फंड जमा कर सकते हैं। इसके लिए केवल बेहतर म्यूचुअल फंड का चयन करना होगा। निवेशक हर महीने 10 हजार रुपये की SIP करके 30 साल में 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से 3,52,99,138 रुपये जुटा सकते हैं। इन 30 सालों में आपको 36 लाख रुपये जमा करने होंगे। वहीं अगर रिटर्न 15 फीसदी जोड़ें तो फंड बढ़कर 7,00,98,206 रुपये का हो जाता है।
वहीं निवेशक 10 हजार रुपये की SIP करके 20 साल में 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से 99,91,479 रुपये जुटा सकते हैं। इन 20 सालों में आपको 24 लाख रुपये जमा करने होंगे। वहीं अगर रिटर्न 15 फीसदी जोड़ें तो फंड बढ़कर 1,51,59,550 रुपये का हो जाता है।