उज्जैन। लोकायुक्त पुलिस ने दावा किया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नरवर पर पदस्थ महिला डॉक्टर हुमा रहमान (DOCTOR HUMA RAHMAN) इलाज करने के बदले रिश्वत (BRIBE) वसूल रही थी। उसे रंगे हाथों गिरफ्तार (ARREST) किया गया है। आरोप है कि वो एक महिला मरीज से 3500 रुपए की रिश्वत वसूल रही थी तभी लोकायुक्त ने छापामार कार्रवाई की। पुलिस ने पूर्व रोगी कल्याण समिति सदस्य मायराम को भी इस मामले में आरोपी बनाया है। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) के तहत कार्रवाई की गई है।
डीएसपी लोकायुक्त शैलेंद्रसिंह ठाकुर ने बताया कि नरवर निवासी प्रकाश शर्मा ने शिकायत की थी कि उसकी पत्नी खुशबू शर्मा को गर्भपात हो गया था। इसके बाद वह सफाई के लिए नरवर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गया था, जहां पदस्थ महिला चिकित्सक डॉ. हुमा रहमान ने पांच हजार रुपए की मांग की। रुपए नहीं देने पर सफाई करने से इंकार कर दिया था। इस पर शर्मा ने लोकायुक्त को शिकायत की थी।
मंगलवार दोपहर प्रकाश शर्मा अपनी पत्नी खुशबू को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गया। उसने 3500 रुपए डॉ. रहमान को दिए। डॉक्टर ने रुपए लेकर टेबल की दराज में रख लिए। इशारा पाकर लोकायुक्त की टीम अंदर पहुंची और डॉक्टर की दराज से रुपए जब्त कर लिए। हाथ धुलाने पर वह गुलाबी हो गए।
डीएसपी ठाकुर के अनुसार डॉ. रहमान के कहने पर पूर्व रोकस सदस्य मायराम ने प्रकाश शर्मा से रुपए की मांग की थी। इसके बाद डॉ. रहमान ने भी शर्मा से कहा था कि बगैर रुपए दिए बगैर सफाई नहीं करूंगी। इसके आधार पर मायाराम के खिलाफ भी धारा 120 बी के तहत कार्रवाई कर गिरफ्तार किया गया है।