ग्वालियर। द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने भाजपा की केंद्र सरकार पर राम मंदिर को लेकर जनता के साथ छलावा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मांग की कि हिंदुओं की तरह मुसलमानों के लिए भी एक विवाह का कानून होना चाहिए।
उन्होंने शनिवार को यहां मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि राम मंदिर को लेकर केंद्र सरकार लोगों के साथ छलावा कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुओं के साथ ही मुस्लिमों को भी एक ही विवाह के लिए कानून बनाया जाना चाहिए, जिससे तीन तलाक जैसी बुराई की नौबत ही नहीं आ सके। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने दावा किया कि विश्व हिन्दू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जो बाबरी मस्जिद के नाम पर ढांचा तोड़ा, वह तो वास्तव में राम मंदिर का ही हिस्सा था। वहां पर कोई मस्जिद नहीं थी।
उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बने। इसके लिये वह स्वयं भी प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व की मध्यप्रदेश सरकार ने आदि शंकराचार्य के नाम पर जनता के साथ धोखा किया। तीन तलाक के बारे में उन्होंने कहा कि मुसलमानों में भी हिन्दुओं जैसे ही एक पत्नी प्रथा का चलन करना चाहिये। उन्होंने समान नागरिक संहिता लागू करने की भी वकालत की।