बड़वानी के शहीद भीमा नायक कॉलेज में इन दिनों करियर काउंसलिंग चल रही है। कॅरियर सेल (CAREER COUNSELOR) के कार्यकर्ता प्रीति गुलवानिया, ग्यानाराण शर्मा और कॅरियर काउंसलर डॉ. मधुसूदन चौबे 12वीं पास विद्यार्थियों से मिल रहे हैं और उन्हे बता रहे हैं कि भविष्य के लिए उन्हे क्या चुनना चाहिए। इसी क्रम में उन्होंने बताया कि 12वीं के बाद फार्मेसी में अच्छा भविष्य है परंतु उनकी इस सलाह पर काफी तीखी प्रतिक्रियाएं आ रहीं हैं। फार्मेसी पास युवाओं का कहना है कि फार्मेसी में कोई भविष्य नहीं है। वो खुद इसका जिंदा प्रमाण हैं। आइए कुछ महत्वपूर्ण प्रतिक्रियाओं पर आते हैं।
Ramkishun Kurmi ने कैरियर काउंसलर से पूछा है कि क्या वो खुद फार्मेसी ग्रेजुएट्स हैं। क्या फार्मेसी के कारण उनका फ्यूचर सुरक्षित हो गया है। श्री कुर्मी का कहना है कि फार्मेसी ग्रेजुएट्स के लिए कोई भी सम्मानजनक काम नहीं मिलता। अक्सर ऐसा होता है कि डॉक्टर की गलती पर फार्मासिस्ट को सजा दी जाती है और वो कुछ बोल भी नहीं पाता। इसमें रोजगार के अवसर बहुत कम हैं और जो हैं वो भी सम्मानजनक रोजगार के अवसर नहीं हैं। आत्मसम्मान को मारकर जिंदा रहना पड़ता है। फार्मासिस्ट से कहीं ज्यादा सम्मान और जॉब सिक्योरिटी नर्स को मिलती है। फार्मासिस्ट का वेतन भी ऐसा नहीं होता कि सारी जिंदगी आत्म सम्मान को कुचलकर काम कर सकें।
Markam Prahlad ने लिखा है कि गलत जानकारी दी जा रही है। फार्मेसी का कोई भविष्य नहीं है। ये हालत पूरे देश में है। मै खुद एक फार्मासिस्ट हूँ। प्राइवेट सेक्टर में भी कुछ नहीं है कभी भी लात मारकर निकाल दिया जाता है। Govt. State/ Central में तो और बुरी हालत है, सिर्फ कंपाउडर बन सकते हैं। इससे अच्छी नौकरी तो गवर्नमेंट चपरासी की है। फूड या ड्रग इंस्पेक्टर नाम मात्र की नौकरी है। पूरे देश में ड्रग इंसपेक्टर की पोस्ट लगभग 500 या 800 होगी बस। कोई मतलब नहीं है इस विषय को बिलकुल नहीं चुने। और ये भ्रम भी फैलाया जा रहा है कि मेडिकल स्टोर या खेरची व्यापार कर सकते हैं। सही बात तो ये है अगर आप साइंस ग्रेजुएट है तो 2साल का अनुभव लेकर ये सब हो जाता है।
इनके अलावा करीब एक दर्जन से ज्यादा फार्मासिस्ट ने मुखर होकर लिखा है कि 12वीं के बाद कुछ भी करना बस फार्मेसी मत करना।