भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष श्री सैयद जाफर ने कहा है कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार अपने वचनों की पक्की सरकार है। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ प्रदेश के सभी वर्गों के लिए चलायी जा रही योजनाओं पर अमल करने के लिए वचनबद्ध हैं और इसी के चलते वे सभी वर्गों के हित के लिए कल्याणकारी कार्य कर रहे हैं।
श्री जाफर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने स्कूल शिक्षा मंत्री श्री प्रभुराम चौधरी द्वारा पेश किये गये अतिथि शिक्षकों के प्रस्ताव पर मुहर लगायी है। वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षक सरकार का महत्वपूर्ण अंग हैं। कर्मचारियों के हक के प्रति संवेदनशील प्रदेश की सरकार ने अतिथि शिक्षकों के प्रस्ताव को हरी झंडी दी। जिसमें पिछले साल कम से कम 3 महीने कार्य करने वाले अतिथि शिक्षकों को 25 अंक बोनस के दिये जायेंगे। श्री नाथ के इस निर्णय का उन्होंने स्वागत किया है।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से अतिथि शिक्षक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर अतिथि शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपे एवं वचन की याद दिलाई। वो अतिथि शिक्षक भर्ती में अनुभवी को प्राथमिकता सहित नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं।
शैक्षणिक सत्र 2019-20 में प्रथम चरण में उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों को रखने की पूर्व वर्ष की व्यवस्था को निरंतर किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में पात्रता अनुसार बोनस अंक देने के बाद विकासखण्ड स्तर पर स्कोर-कार्ड जनरेट होने पर पैनल बनाया जायेगा। पैनल में दर्शित आवेदक संबंधित स्कूल में आवेदन करेंगे और स्कूल के प्राचार्य स्कोर-कार्ड में मेरिट के आधार पर अतिथि शिक्षक रख सकेंगे।
अतिथि शिक्षक भर्ती के लिए मप्र शासन की ओर से आधिकारिक सूचना
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने निर्णय लिया है कि शैक्षणिक सत्र 2018-19 में अतिथि शिक्षक पोर्टल से चयनित एवं तीन माह या इससे अधिक कार्य कर चुके अतिथि शिक्षकों को 25 अंक का बोनस दिया जायेगा। डॉ. चौधरी ने यह निर्णय पूर्व में कार्य कर चुके अतिथि शिक्षकों की माँग पर लिया। इस निर्णय से गत वर्ष कार्य कर चुके लगभग 70 हजार अतिथि शिक्षक लाभान्वित होंगे।शैक्षणिक सत्र 2019-20 में प्रथम चरण में उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों को रखने की पूर्व वर्ष की व्यवस्था को निरंतर किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में पात्रता अनुसार बोनस अंक देने के बाद विकासखण्ड स्तर पर स्कोर-कार्ड जनरेट होने पर पैनल बनाया जायेगा। पैनल में दर्शित आवेदक संबंधित स्कूल में आवेदन करेंगे और स्कूल के प्राचार्य स्कोर-कार्ड में मेरिट के आधार पर अतिथि शिक्षक रख सकेंगे।