भोपाल। खबर आ रही है कि मध्यप्रदेश के 25 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले लटक रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों के बाहर बैठ रहे हैं। इसके पीछे कारण यह है कि सरकार ने कई महीनों ने आंगनबाड़ी केंद्रों का किराया चुकता नहीं किया है। इसी के चलते मकान मालिकों ने ताले डाल दिए हैं।
चुनावों में व्यस्त सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों की सुधबुध ही खो बैठी है। विभाग के अधिकारी बजट ना होने का रोना रो रहे हैं। हालात यह हैं कि आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन मैदानों में किया जा रहा है। आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकर्ता आंगनबाड़ी केंद्रों के बाहर बैठने के लिए मजबूर हैं। मकान मालिकों का कहना है कि वो दफ्तरों के चक्कर लगा लगा कर परेशान हो रहे हैं। अधिकारी कोई एक तारीख देने में नाकाम हैं।
प्रदेश का खजाना खाली, कई काम रुके
बता दें कि मध्यप्रदेश का खजाना खाली है। कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं हैं। आदिम जाति कल्याण विभाग के अध्यापक तीन माह से वेतन के लिए तरस रहे हैं। कर्मचारियों को किस्तों में वेतन दिया जा रहा है। जो सरकारी कार्यालय किराए के भवन में चल रहे हैं, उनका किराया रोक दिया गया है।