भोपाल। लोकसभा चुनाव का तनाव खत्म हो गया है। सरकार गिरने का खतरा भी नहीं रहा। अब कमलनाथ सरकार के मंत्री अपने तेवर दिखाने लगे हैं। चिकित्सा शिक्षा और संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ के आदेश पर 3 पंचायत सचिव एवं 1 पंचायत सहायक सचिव को इसलिए सस्पेंड कर दिया गया क्योंकि वो मंत्री की मीटिंग में हाजिर नहीं हुए थे। हालांकि ऐसे मामलों में पहले कारण बताओ नोटिस जारी किए जाते हैं।
प्रदेश की चिकित्सा शिक्षा और संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने गृह जिले के अपने महेश्वर विधानसभा क्षेत्र के तीन पंचायत सचिव और एक रोजगार सहायक को लापरवाही के चलते निलंबित करने का निर्देश दिया है। विकास और समस्याओं की समीक्षा के लिए मंत्री साधौ ने शुक्रवार को एसडीएम और सीईओ की मौजूदगी में अधिकारियोंं और कर्मचारियों की बैठक बुलाई थी। इस दौरान तीन पंचायत सचिव और रोजगार सहायक अनुपस्थित थे।
बैठक में मंत्री साधौ ने चेतावनी देते हुए कर्मचारियों और अधिकारियों को आपना रवैया बदलने की हिदायत दी। प्रदेश सरकार की वरिष्ठ महिला मंत्री साधौ ने फटकार लगाते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। चारों कर्मचारियों को सस्पेंड करने से पहले यह जानने का प्रयास भी नहीं किया गया कि आखिर क्यों ये कर्मचारी उपस्थित नहीं हो पाएं। कहीं किसी दुर्घटना का शिकार तो नहीं हो गए।