नई दिल्ली। गर्म हवाएं अब दैत्य का रूप धारण कर चुकीं हैं। वो यमराज की वाहक बनाकर दौड़ रहीं हैं। गर्मी के कारण इंसानों की मौत का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है। केरला एक्सप्रेस में गर्मी के कारण 4 यात्रियों की मौत हो गई। ये आगरा से बैठे थे और झांसी से पहले इनकी मौत हो गई।
दिल्ली से झांसी की ओर आ रही 12626 केरला एक्सप्रेस में यह दर्दनाक घटना हुई। 68 लोगों का ग्रुप आगरा से कोयम्बटूर जा रहा था। मौत का कारण गर्मी और दम घुटना बताया जा रहा है। शवों को झांसी में उतारा गया। 10 दिन पहले वाराणसी और आगरा घूमने के लिए यह ग्रुप निकला था। मृतकों में 3 कोन्नूर के और एक कोयम्बटूर के हैं। झांसी स्टेशन पर रेलवे के डॉक्टर को ट्रेन में कुछ लोगों के तबीयत खराब होने की सूचना मिली। कोच संख्या 8 और 9 से डॉक्टर को शिकायत मिली। डॉक्टर उन्हें देखने ट्रेन में गए और मृत घोषित कर दिया।
झांसी रेलवे मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि, सोमवार की रात को सात बजे गाड़ी क्रमांक 12626 केरला एक्सप्रेस स्टेशन पर पहुंची। इस रेल के डिब्बा संख्या एस-8 की बर्थ 59 के यात्री की तबियत खराब होने की सूचना मिली। जब डॉक्टरों का दल पहुंचा तो पता चला कि एस-8 के अलावा एस-9 में कई यात्री बीमार और अचेत हैं।
रेलवे के अनुसार, दोनों ही डिब्बों में चार यात्री अचेत अवस्था में मिले उनमें से तीन यात्रियों की मौत हो चुकी थी और एक की हालत गंभीर थी। हालांकि उसकी भी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार, यात्रियों का एक दल वाराणसी और आगरा घुमने के बाद कोयम्बटूर लौट रहा था, ये लोग उसी दल में शामिल थे।
लू और गर्मी के कारण गाड़ी के आगरा से निकलने के बाद इन यात्रियों को तबीयत खराब महसूस हुई और तबियत आगे भी बिगड़ने लगी, ग्वालियर में ज्यादा परेशानी होने लगी और झांसी पहुंचने तक वे अचेत हो गए। रेलवे के अनुसार, एस-8 डिब्बे में यात्रा कर रहे पचाया (80) औक बालकृष्ण (67), एस-9 में यात्रा कर रही धन लक्ष्मी (74) और एक अन्य की मौत हो गई। तीन ने यात्रा के दौरान ही दम तोड़ दिया था, जबकि एक की मौत इलाज के दौरान अस्पताल में हुई।
पूरे देश में भीषण गर्मी
गौरतलब है कि देश के बड़े हिस्से में गर्मी का कहर जारी है और यह एक सप्ताह तक बना रहेगा। हालांकि मानसून केरल पहुंच चुका है लेकिन भीषण गर्मी की स्थिति का सामना कर रहे देश के मध्य और पश्चिमी क्षेत्रों तक मानसून को पहुंचने में कम से कम सात दिन लगेंगे। अधिकतम तापमान 45 से 50 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने से देश में पिछले कुछ दिनों में हीट स्ट्रोक के कारण कई लोगों की मौत हो गई है।
भारत के मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में लू चलने की आशंका है। राष्ट्रीय राजधानी और कुछ उत्तरी शहरों में लू अगले कुछ दिनों में गंभीर हो सकती है, जिससे पारे के 45 डिग्री सेल्सियस के पार जाने की संभावनाएं हैं।
उधर लखनऊ का मंगलवार को न्यूनतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, जबरदस्त गर्मी, उमस के चलते सूबे में कई स्थानों पर अगले दो दिन तेज हवाएं चलने और गरज के साथ बौछारें पड़ने की उम्मीद है। इससे थोड़ी राहत मिल सकती है। लउनऊ में आंधी-पानी की संभावना कम है। अभी उमस भरी गर्मी से भी निजात मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग के अनुसार, लखनऊ में मंगलवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री तक पहुंचने की उम्मीद है।