नई दिल्ली। कांग्रेस के रूठे राजकुमार मान गए हैं। वो काम पर लौट आए हैं। राहुल गांधी ने आज कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। सोनिया गांधी भी मौजूद थीं। कांग्रेस अध्यक्ष ने बैठक में पार्टी के कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि कांग्रेस से जुड़े हर व्यक्ति को याद रखना चाहिए कि यह लड़ाई संविधान को बचाने के लिए है। लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी के सामने मोदी सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाने
कांग्रेस अध्यक्ष ने नए चुने हुए सांसदों को न्याय और संविधान के लिए संघर्ष की सीख दी। उन्होंने कहा, 'हम 52 सांसदों को मिलकर संघर्ष करना है। कांग्रेस पार्टी के हर कार्यकर्ता को यह याद रखना चाहिए कि हमारी लड़ाई संविधान के लिए है। हमारी लड़ाई हर व्यक्ति के लिए है भले ही उसका रंग उसकी आस्था कुछ भी क्यों न हो।'
बैठक में कांग्रेस के संसदीय दल का नेता सोनिया गांधी को चुना गया। लोकसभा में कांग्रेस का नेता चुनने का अधिकार भी सोनिया गांधी को ही दिया गया। संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद सोनिया गांधी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने पार्टी के लिए मतदान करनेवाले सभी वोटरों को भी शुक्रिया अदा किया।