भाेपाल। मध्यप्रदेश के 7 शहरों मे आज आसमान से आग बरसी है। हालात यह थे कि गर्मी से बचने के लिए कूलरों के सामने बैठे लोग भी पसीने से तरबतर हो गए। एसी भी फेल हो गए। वो पूरे कमरे का तापमान नियंत्रित करने में नाकाम रहे। तापमान 45 डिग्री से 49 डिग्री तक गया। यदि दक्षिण या पूर्वात्तम से ठंडी हवाएं नहीं आईं तो इन शहरों में जमीन पर रखे कागज, कचरा इत्यादि अपने आप जलने लग जाएंगे।
छतरपुर जिले के नौगांव मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी केके रैकवार के मुताबिक छतरपुर के नौगांव में पारा 49 डिसे को छू गया। जिले में 1995 के बाद पारे ने रिकॉर्ड तोड़ा है। पर्यटन नगरी खजुराहो में भी तापमान 48.4 डिसे दर्ज किया गया। ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, भिंड और दतिया में पारा 47 के आसपास रहा। जबकि शिवपुरी का तापमान 45 डिग्री से ज्यादा रहा। मंगलवार को भी झुलसाने वाली गर्मी का असर कम नहीं होने का अनुमान मौसम विज्ञानियों ने जताया है। इस सप्ताह के अंत 16 जून के बाद ही लोगों को कुछ राहत मिल सकती है।
सोमवार को अंचल के सभी जिलों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में एक से दो डिसे तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई। यही कारण रहा कि पारे ने उछाल मारी। दोपहर में आए बादलों आसमान से बरस रही आग को काबू किया। वहीं न्यूनतम तापमान भी 27 से 35 डिग्री सेल्सियस रहा। आकड़ों से साफ है कि दिन के साथ ही रातें भी बेचैन करने वाली रहीं।
दिनभर चले लू के थपेड़ों ने लोगों को हलाकान कर दिया। अघोषित कर्फ्यू के बीच सड़कों पर कम ही लोग नजर आए। मौसम विज्ञानियों ने सलाह दी है कि आवश्यक होने पर ही इन दिनों घर से निकलें और पूर्ण एहतियात बरतें। फिलहाल हवा का रुख साउथ वेस्ट होने से गर्मी कम होने के आसार नहीं हैं। राजस्थानी हवा से नमी बहुत कम है।
जून माह में पूरे प्रदेश में गर्मी चरम पर पहुंच गई है। इसी क्रम में सोमवार को नौगांव में दिन का अधिकतम तापमान 49 डिग्रीसे अभी तक का प्रदेश का सर्वाधिक तापमान बताया जा रहा है। सतना, रीवा, गुना, दमोह में अधिकतम तापमान 47 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। राजधानी भोपाल में लगातार छठवें दिन भी अधिकतम तापमान 45 डिग्रीसे. रिकार्ड हुआ।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक सोमवार को सीधी, राजगढ़, शाजापुर, रायसेन, टीकमगढ़, सागर, खरगोन और उमरिया में 46 डिग्रीसे. तापमान दर्ज किया गया। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एसके डे ने बताया नौगांव, सतना, ग्वालियर, खजुराहो में तीव्र लू चली, जबकि शेष प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर लू चली।
डे ने बताया कि राजस्थान भी भीषण गर्मी की चपेट में है। वहां से आ रही गर्म हवा की लपटों से पूरे मप्र में लू की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने बताया कि दो दिन बाद प्रदेश के कई स्थानों पर प्री मानसून एक्टिविटी बढ़ने की संभावना है। इसके बाद तापमान में कुछ गिरावट आ सकती है।