छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा को विकास का मॉडल और कमलनाथ को विकास का देवता कहा जाता है परंतु कमलनाथ के क्षेत्र से एक चौंकाने वाली खबर आ रही है। जिस अमरवाड़ा विधानसभा से नकुल नाथ को 22000 वोटों की लीड मिली थी, आज उसी विधानसभा में महिलाएं कमलनाथ हाय हाय के नारे लगा रहीं हैंं उनका आरोप है कि चुनाव थे तो कमलनाथ सरकार ने टैंकरों से घर घर पानी भिजवाया। चुनाव खत्म हुए तो पानी भी बंद कर दिया।
चुनाव खत्म तो पानी भी बंद हो गया, कमलनाथ हाय-हाय के नारे लगाए
अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के आदिवासियों को मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं। कुछ गांवों में न तो पीने का पानी है और न ही बिजली, सड़क भी यहां नहीं बनाई गई हैं और यहां के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि को विधानसभा वासियों की मूलभूत सुविधाओं से कोई लेना देना नहीं है। अमरवाड़ा नगर से महज 2 किलोमीटर दूर हाईवे में बसा गांव पिपरिया राजगुरु के लोग पीने के पानी के लिए मोहताज हैं। पानी की तलाश में ग्राम महिलाओं को सुबह 5:00 बजे से निकलना पड़ता है तो पुरुषों को रात्रि 12:00 बजे से गांव में स्थित स्कूल वाले हैंडपंप में जाकर लाइन लगानी पड़ती है। चुनाव खत्म तो पानी भी आना बंद हो गया, आक्रोशित ग्रामीणों ने जनपद पंचायत के बाहर मुख्यमंत्री हाय- हाय के नारे भी लगाए।
गुस्साईं महिलाओं ने जनपद पंचायत की तालाबंदी कर दी
लोकसभा चुनाव के समय इन्हीं ग्रामीणों ने पानी की समस्या को लेकर चुनाव का बहिष्कार किया था, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने चुनाव के समय समझाइश देकर पानी का टैंकर तो दे दिया, लेकिन जैसे चुनाव हुआ गांव में पानी जाना बंद हो गया। पिपरिया राजगुरु के ग्रामीण महिलाओं ने सोमवार को अमरवाड़ा जनपद पंचायत पहुंचकर अपना गुस्सा निकाला। ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि सरपंच सचिव गांव में पानी की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने जनपद पंचायत का गेट लगाकर अधिकारियों का आना जाना भी बंद किया और गेट पर खड़े होकर मुख्यमंत्री कमलनाथ हाय- हाय के नारे लगाए, इसी दौरान गांव की एक महिला धूप के कारण गस्त खाकर गिर गयी।