बालाघाट। नक्सलवादियों ने यहां जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया है। इलाके में अपनी दहशत बढ़ाने और पुलिस की मदद करने वाले लोगों को हतोत्साहित करने के लिए लांजी थाना क्षेत्र के पितकोना, चौरिया गांव में गुरुवार रात हथियारबंद नक्सलियों ने वन समिति के सदस्य बृजलाल पंद्रे उर्फ कारो (48) ग्रामीणों के सामने चौराहे पर खड़ा करके गोली मार दी। इलाके में पुलिस अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
धमकी भरा पर्चा छोड़ा
पुलिस के अनुसार, पिछली रात बृजलाल के घर करीब 20 की संख्या में नक्सली पहुंचे और उसे घसीटकर गांव के चौराहे पर लाए, जहां सबके सामने उसे गोलियों से भून दिया। नक्सलियों में दो महिलाएं भी थी। वारदात के बाद नक्सलियों ने वहां परचे भी फेंके, जिसमें बृजलाल को पुलिस का मुखबिर बताया गया। परचे में लिखा है कि बृजलाल पुलिस का मुखबिर है, इसलिए उसे मौत की सजा दी जा रही है।
घटना स्थल तक पुलिस नहीं पहुंच पाई
बृजलाल पूर्व में नक्सलियों के साथ था और नक्सली जीवन त्यागकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ गया था। यह बात ही नक्सलियों को नागवार गुजरी। इसलिए उन्होंने बृजलाल को मौत के घाट उतार दिया। यह नक्सली वारदात पुलिस के लिए चुनौती है, किंतु इसके बाद भी पुलिस के आला अफसर इस मामले में कुछ भी कहने से बचते रहे। घटनास्थल नक्सली कोर एरिया के अंतर्गत आता है। इसलिए अभी तक वहां पुलिस टीम नहीं पहुंची है। गांव वाले ही मृतक को अस्पताल लेकर आए हैं।
मृतक खुद नक्सली था, समर्पण करके मुख्यधारा में वापस आया था
एसडीओपी लांजी नितेश भार्गव के अनुसार बृजलाल उर्फ कारो पूर्व में नक्सलियों का संगम सदस्य था। समाज की मुख्यधारा में वापसी के बाद गांव में वह वन समिति के सदस्य के रूप में समान्य जीवन जी रहा था। नक्सलियों को उस पर पुलिस का मुखबिर होने का शक था।