नीमच। तात्कालिक जिला शिक्षा अधिकारी केसी शर्मा व रेवलीदेवली के संकुल प्राचार्य राजेश शर्मा पर दिवंगत सहायक शिक्षक श्रीमती स्नेहलता सोनी को नियमों के विपरीत स्थानान्तरण कर जबरिया एक तरफा कार्यमुक्त कर प्रताड़ित करने का आरोप है। विगत 10 जून को नवागत जिलाधीश श्री अजय सिंह गंगवार से मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य भेंट के समय उक्त प्राचार्य की विवादास्पद कार्य प्रणाली की जाँच राजस्व अधिकारी से कराने की माँग रखी थी।
जाँच के पूर्व ही आरोपित प्राचाय को बीईओ नीमच का प्रभार सौंप दिया गया। प्रशासन की इस कार्रवाई पर मप्र तृतीय वर्ग शास कर्म संघ ने गहरी नाराजगी व्यक्त कर जिलाधीश महोदय नीमच से निवेदन किया है कि इनके आदेश पर पुनर्विचार कर श्री शर्मा को बीईओ नीमच के पद से तत्काल हटाकर इनके कार्यकाल की विस्तृत जाँच करवाई जावे। इनकी विवादास्पद कार्यप्रणाली के कारण दिवंगत श्रीमती स्नेहलता सोनी को मानसिक, शारीरिक प्रताड़ना सहना पड़ी थी व तेरह माह के बकाया वेतन के लिए दिवंगत शिक्षका के परिजन आफिस दर आफिस चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
इस परिवार के परिजन को पात्रता होते हुए भी अनुकंपा नियुक्ति में अनावश्यक विलंब किया जा रहा है। मप्र तृतीय वर्ग शास कर्म संघ नीमच जिले के प्रभारी मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा से निवेदन करता है कि दिवंगत शिक्षिका के साथ हुए अन्याय की जांच करवाकर पीडित परिवार को बकाया वेतन व अनुकंपा नियुक्ति दिलाते हुए उक्त प्राचार्य को बीईओ नीमच के पद से मुक्त कर इनके विरुद्ध योग्य अनुशासनात्मक कार्रवाई करवाने का कष्ट करें।