भोपाल। खबर आ रही है कि भोपाल जिला न्यायालय में महिला वकील की तबीयत अचानक खराब हुई और उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि न्यायालय परिसर में कामकाज के दौरान उन्हे हृदयघात हुआ है।
महिला वकील का नाम बसंता गिडवानी बताया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि समय पर इलाज ना मिल पाने के कारण उनकी मौत हुई है। बसंता गिडवानी की तबीयत अचानक बिगड़ी। उन्हे अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस 108 कॉल की गई परंतु एंबुलेंस नहीं आई। अंतत: प्राइवेट वाहन से उन्हे अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई।
हार्टअटेक में मरीजा को तत्काल इलाज जरूरी
बता दें कि हार्टअटैक के मामलों में यदि मरीज को तत्काल इलाज उपलब्ध हो जाए तो 90 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में मरीज की जान बच जाती है। इसके उलट ज्यादातर मामलों में यह पाया गया है कि अस्पताल लाने में देरी हो जाने के कारण मरीज की मौत हो जाती है।