भोपाल। प्रसन्ना पर्पल कंपनी के बस रूट पर ड्राइवर-कंडक्टर ने हड़ताल कर दी है। इससे करीब 150 बसें बंद हैं, जिसकी वजह से 200 की बजाय केवल 75 बसें ही चल रही हैं। बसों की इस हड़ताल की वजह से करीब 70 हजार लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
महापौर कार्ड का पेमेंट और डीजल के रुपयों का भुगतान नहीं करने की वजह से ड्राइवर और कंडक्टर ने बस हड़ताल कर दी है। प्रसन्ना पर्पल कंपनी ने कमाई का टारगेट दिया है। यह टारगेट रोजाना के 10 से 12 हज़ार तक का होता है, जिसे कंडक्टर और ड्राइवर पूरा नहीं कर पा रहे हैं। इतना ही नहीं टार्गेट पूरा नहीं करने पर उनके वेतन से राशि काटी जा रही है।
इसके विरोध में बस संचालकों ने हड़ताल कर दी है। हालांकि यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए नगर निगम ने यह आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही इस समस्या का समाधान करेंगे। बता दें कि प्रसन्ना पर्पल अक्सर अपने ही तरीके के नियम बनाकर कभी कर्मचारियों को प्रताड़ित करती है तो कभी नगर निगम पर दवाब बनाती है। भारत के श्रम कानूनों के अनुसार ड्राइवर-कंडक्टर को कमाई का टारगेट दिया ही नहीं जा सकता। क्योंकि यह दोनों पद सर्विस की श्रेणी में आते हैं, सेल्स की नहीं। यह कर्मचारी की प्रताड़ना की श्रेणी में आता है।