भोपाल। मंत्रालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विशाल नगर, रातीबड़ निवासी नंद किशोर पाटीदार (55) को बेटी की शादी के लिए मंत्रालय के ही क्लर्क द्वारिका प्रसाद से चार लाख रुपए उधार लेना महंगा पड़ गया। क्लर्क पांच प्रतिशत प्रतिमाह के हिसाब से 20 हजार रुपए ब्याज लेता रहा। बाद में करीब 20 लाख रुपए की रिकवरी निकालकर मकान की रजिस्ट्री अपने नाम कराने का दबाव बनाया।
पुलिस में शिकायत होने पर उसने समझौता तो कर लिया, लेकिन एक चेक भुनाने का कहकर उसमें 14.60 लाख रुपए भरकर उसे बाउंस करा दिया। आरोपी ने चेक बाउंस का मामला कोर्ट में लगा दिया। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने उसके साथ हुई धोखाधड़ी के संबंध में कोर्ट में परिवाद प्रस्तुत किया था। कोर्ट के आदेश पर रातीबड़ पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार पाटीदार ने 2014 में बेटी की शादी करने के लिए जीएडी में क्लर्क द्वारिका से 4 लाख रुपए उधार लिए थे। उसने रकम देने के साथ ही नंद किशोर और उनकी पत्नी सुमित्रा से कोरे स्टांप पर हस्ताक्षर और अंगूठा लगवाया था। इस पर आरोपी ने फरियादी के मकान को अपने नाम बेचने का फर्जी अनुबंध तैयार किया और मकान की रजिस्ट्री कराने का दबाव बनाने लगा।