भोपाल। राजधानी में गहराते जल संकट को लेकर शासन-प्रशासन अब सक्रिय हो गया है। बुधवार को नगरीय प्रशासन आयुक्त पी. नरहरि ने जलप्रदाय व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस दौरान पी. नरहरि ने निगमायुक्त बी. विजय दत्ता से पूछा कि कितने पानी के टैंकर्स शहर में सप्लाई किए जा रहे हैं। निगमायुक्त ने बताया कि 110 टैंकर जल आपूर्ति में लगे हैं, इनमें 29 टैंकर भाड़े पर लिए गए हैं। आयुक्त नरहरि ने इतने कम टैंकर्स से सप्लाई कैसे संभव है? टैंकर के लिए यदि अतिरिक्त राशि की आवश्यकता है तो बताएं, हम उपलब्ध कराएंगे लेकिन शहर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए।
समीक्षा के दौरान अपर आयुक्त मयंक वर्मा ने बताया कि शहर में जल आपूर्ति के लिए निगम कोलार डेम से 34 एमजीडी, नर्मदा से 34 एमजीडी, बड़े तालाब से 30 एमजीडी और केरवा से 2 एमजीडी पानी लेने की व्यवस्था है। बीते साल कम बारिश होने के कारण बड़ी झील अपनी क्षमता से आधा ही भर सका था। लिहाजा जनवरी से बड़े तालाब से लिए जाने वाले पानी की मात्रा में कटौती की जाकर 19 एमजीडी बड़े तालाब से लिया जा रहा है। इस कटौती की भरपाई कोलार डेम से 34 एमजीडी के स्थान पर 36 एमजीडी साथ ही नर्मदा से 34 एमजीडी के स्थान पर 38 एमजीडी पानी नर्मदा से लिया जा रहा है।
तालाब से पानी सप्लाई एक माह तक नहीं होगी सामान्य
निगमायुक्त विजय दत्ता ने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया कि बड़े तालाब में पानी कमी होने के बैरागढ़, करबला फिल्टर प्लांटो से पानी सप्लाई इस माह के अंत तक ही हो सकेगी। उन्होंने कहा कि आपूर्ति के लिए फिल्टर प्लांटों के समीप गहरीकरण किया जा रहा है। नर्मदा, कोलार डेम और केरवा डेम से निर्धारित मात्रा में पेयजल आपूर्ति में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है।