भोपाल। ओम नगर का सरकारी प्राइमरी स्कूल (Government primary school) में टीन की चादर के शेडनुमा कमरों में कक्षाएं लगती हैं। स्कूल के आसपास लोहे की टूटी-फूटी जालियां लगी हैं। स्कूल परिसर में टेंट हाउस की चादरें और कारपेट सुखाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, स्कूल तक पहुंचने वाली सड़क पर कीचड़ और गड्ढे हैं।
अगले सोमवार (24 जून) से बच्चे इन्हीं अव्यवस्थाओं से गुजरकर स्कूल पहुंचेंगे। इसकी परवाह न तो क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को है और न ही स्कूल शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अफसरों को। वार्ड नंबर- 83 का यह सरकारी प्राइमरी स्कूल भवन 19 साल पुराना है। स्कूल परिसर में पिलर के सहारे एक रस्सी बांधकर टेंट हाउस की चादरें और कारपेट सुखाए जा रहे हैं। आसपास गंदगी की भरमार है। नजदीक ही पानी की एक टंकी रखी है। इससे आम दिनों में भी पानी बहने से गंदगी रोड पर बहती है। इन दिनों तो कीचड़ इतना है कि पैदल चलना भी दूभर हो रहा है। जब आम लोगों का पैदल चलना में मुश्किल हो रहा है तो फिर स्कूल तक बच्चे कैसे पहुंचेंगे?
अगर बारिश जारी रही तो बच्चों का स्कूल पहुंचा मुश्किल होगा- ओम नगर निवासी अनीता सिंह ने बताया कि सड़क इतनी खराब है कि अगर बारिश जारी रही तो बच्चों का स्कूल पहुंचना ही मुश्किल हो जाएगा। हाल ही में हुई बारिश ने हालात ऐसे कर दिए हैं कि लोग रोजाना गिर रहे हैं। पिछले दो दिन में कई लाेगों के वाहन असंतुलित होकर गिर चुके हैं।