भोपाल। मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी कुर्सी से लेकर भोपाल जिले की सबसे ताकतवर कुर्सी तक छिंदवाड़ा वाले मिलेंगे। 2009 बैच के आईएएस तरुण पिथोड़े ने भोपाल कलेक्टर का पदभार ग्रहण कर लिया है। माना जा रहा है कि तरुण कुमार अपना कार्यकाल पूरा करेंगे क्योंकि वो भी छिंदवाड़ा से ही हैं। बता दें कि इन दिनों मध्यप्रदेश में कलेक्टर्स अपना कार्यकाल पूरा कर पाएंगे या नहीं, कोई कह नहीं सकता।
तरुण पिथोड़े लेखक भी हैं
प्रदेश के युवा आईएएस अधिकारी तरुण पिथोड़े एक नौकरशाह के अलावा लेखक भी हैं। वे लीक से हटकर युवाओं को संदेश देने के लिए साहित्य को जरिया बनाते हैं। सीहोर में कलेक्टर के पद पर रहते हुए तरुण पिथोड़े की पुस्तक ' हैप्पिनेस - ए न्यू मॉडल ऑफ ह्यूमन बिहेवियर' का विमोचन हुआ था। इस पुस्तक में पिथोड़े ने मानवीय जीवन के पहलूओं को बेहद बारीकी के साथ पेश करने की कोशिश की है। तरुण पिथोड़े का भोपाल के साहित्य संस्थाओं से पुराना संपर्क है।
भोपाल में माता-पिता व भाई के खिलाफ दहेज एक्ट
तरुण पिथोड़े का भोपाल से एक और संबंध है। यहां के महिला थाने में उनके भाई सुमित पिथोड़े, सहित माता कुसुम व पिता सिब्बू के खिलाफ दहेज एक्ट का मामला दर्ज है। यह प्रकरण सुमित की पत्नी वंदना ने दर्ज कराया था। वंदना ने तरुण पिथोड़े पर भी आरोप लगाया था परंतु एफआईआर में उनका नाम नहीं है।