भोपाल। आनंद नगर के पास बने घोड़ा पछाड़ डैम में मछली पालन के नाम पर डेढ़ करोड़ का घोटाला सामने आया है। मछली पालन के लिए मत्स्य विभाग द्वारा 1 करोड़ 54 लाख 80 हजार रुपए 2016-17 और 2018 में दिए गए थे। यह राशि नील क्रांति योजना के तहत सोना मत्स्योधोग सहकारी समिति को दी गई थी। इस योजना के तहत समिति को केज लगाकर मछली पालन करना था। इसके लिए 100 केज लगाए जाने थे, लेकिन समिति के सदस्यों ने मात्र 50 केज लगाए।
यह हकीकत जिला पंचायत सीईओ सतीश कुमार एस द्वारा गठित की गई 4 सदस्यीय दल की जांच में सामने आई है। जांच टीम ने घोटाले में शामिल समिति अध्यक्ष सुनील बाथम, समिति संचालक सदस्य शैलजा बाथम और एसबीआई के कर्मचारी के खिलाफ शाहजहांनाबाद थाने में एफआईआर दर्ज कराने की अनुशंसा की है। सीईओ ने बताया कि समिति का सुल्तानियां रोड स्थित एसबीआई बैंक में होल्ड खाता है।
इस खाते से समिति अध्यक्ष सुनील ने बिना विभाग की अनुमति लिए 70 लाख रुपए आरटीजीएस के माध्यम से समिति की संचालक सदस्य शैलजा के एकलव्य एक्वा इंटर प्राइजेज के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। समिति न तो ऑडिट रिपोर्ट पेश कर पाई और न ही बैंक पासबुक। इसलिए समिति के खिलाफ एक पक्षीय कार्रवाई की गई है।