भोपाल। भेल टाउनशिप के खाली मकानों पर अवैध रूप से कब्जे हो रहे हैंं और जिनमें कर्मचारी रह रहे हैं, उनका मेंटनेंस नहीं हो रहा है। इससे मकान खंडहर होते जा रहे हैं। करीब 4500 खाली मकान पूरी तरह से खंडहर हो चुके हैं। जबकि जिन 5500 मकानों में कर्मचारी रह रहे हैं, उनकी हालत भी अच्छी नहीं हैं। दीवारों में दरार आ रही हैं और प्लास्टर गिर रहा है। इन मकानों को भेल प्रबंधन कर्मचारियों को लीज पर दे दे तो मेंटेनेंस होता रहेगा।
इस संबंध में इंटक ने बुलेटिन जारी कर प्रबंधन से कहा है कि भेल नगर प्रशासन मकानों का मेंटेनेंस नहीं कर पा रहा है, जिससे कर्मचारी और उनके परिवारों को इस बात का डर है कि बारिश में कोई हादसा न हो जाए। छतों पर डामर सीट बिछाने का काम भी इस बार भेल प्रशासन ने नहीं किया, जिससे बारिश में घरों के अंदर पानी टपकेगा।
इसके पहले भी बारिश में पानी टपकने से बी सेक्टर पिपलानी के मकानो में छत का प्लास्टर गिरने से कर्मचारी घायल हो चुके हैं। युवा इंटक अध्यक्ष दीपक गुप्ता के अनुसार प्रबंधन अगर लीज पर मकान देता है तो हर साल 10 करोड़ रुपए से ज्यादा की बचत होगी और मकान भी व्यवस्थित रहेंगे। इस संबंध में प्रबंधन से चर्चा की जा रही है।