भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा ने मात्र 02 सीटों की कमी के कारण समर्थन की बैसाखियों पर चल रही कमलनाथ सरकार को 01 सीट बढ़ाने का मौका दे दिया है। झाबुआ में विधानसभा के लिए उपचुनाव होगा। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने ऐलान किया है कि उनका विधायक इस्तीफा दे देगा। उपचुनाव में संभव है भाजपा ही जीते परंतु इतने महत्वपूर्ण मोड़ पर मुख्यमंत्री को लड़ाई का मौका देना भी कम नहीं है।
बता दें कि जीएस डामोर 2018 विधानसभा चुनाव में कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को हराकर विधायक बने थे। लोकसभा चुनाव 2019 में भी विधायक जीएस डामोर को भाजपा ने प्रत्याशी बनाकर उतार दिया। उनका मुकाबला सीधे कांतिलाल भूरिया से हुआ परंतु राष्ट्रवाद की आंधी में भूरिया भी उड़ गए और जीएस डामोर विधायक के साथ साथ सांसद भी बन गए।
बस जीत के साथ ही बड़ा सवाल यह था कि भजापा जीएस डामोर को किस पद से इस्तीफा देने के लिए कहेगी, विधायक या सांसद। संसद में भाजपा के पास 300 से ज्यादा सांसद हैं। यानी सरकार ना केवल सुरक्षित है बल्कि 100 प्रतिशत मजबूत भी है। मध्यप्रदेश में भाजपा के पास मात्र 109 विधायक हैं। बहुमत के लिए 116 चाहिए लेकिन कांग्रेस के पास भी 114 ही है। अत: एक एक विधायक महत्वपूर्ण है।