सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (Bundelkhand Medical College)में बुधवार दोपहर इंटर्न डॉक्टर्स (Intern doctors) और मरीज के परिजन के बीच जमकर विवाद हो गया। हालत ये थी कि 20 से 25 की संख्या में इंटर्न डॉक्टर्स मरीज के परिजन को वार्ड से लेकर ओपीडी काउंटर तक दौड़ा-दौड़ाकर पीटते रहे और अस्पताल की सुरक्षा में तैनात गार्ड पहले तो मूक दर्शक बने तमाशा देखते रहे।
हद तो तब हो गई, जब लोगों ने सुरक्षा गार्डों से परिजन को बचाने के लिए कहा तो वह पीठ फेर कर खड़े हो गए। करीब 10 मिनट तक चले इस विवाद के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजन को बचाया। पीड़ित परिजन की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इंटर्न डॉक्टर कौन थे, फिलहाल इसकी पहचान के लिए बीएमसी प्रबंधन को सीसीटीवी फुटेज सौंपे गए हैं।
परिजन का आरोप- मरीज को गंभीर हालत में डिस्चार्ज कर रहे थे डॉक्टर
मोतीनगर निवासी अनुभव सिंह राजपूत ने बताया कि दो दिन पहले उनके मामा आनंद सिंह पर रेडियम कटर से हमला हुआ था, जिसके बाद उन्हें गंभीर घायल अवस्था में बीएमसी में भर्ती किया गया था। शरीर में गहरे घाव थे, लेकिन टांके लगाने के बाद डॉक्टर ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। इस पर उन्होंने डॉक्टर से एक-दो दिन और भर्ती रखने की बात की तो महिला डॉक्टर भड़क गई।
कलेक्टर से शिकायत पर बढ़ा विवाद
अनुभव सिंह ने बताया कि इस मामले की शिकायत मंगलवार को कलेक्टर से कर दी थी। कलेक्टर के फोन पर प्रबंधन ने मरीज को भर्ती कर लिया, लेकिन उनकी देखरेख नहीं की। इसके बाद बुधवार को मरीज से फोन लगवाकर अनुभव को बुलाया गया और जैसे ही अनुभव सर्जरी वार्ड क्रमांक 7 में दाखिल हुए यहां इंटर्न डॉक्टर पहले से मौजूद थे। इसके बाद डॉक्टरों ने अनुभव को पीटना शुरू कर दिया।