भोपाल। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय प्रबंधन ने फार्मेसी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष एके पाठक के ऑफिस का ताला मंगलवार को तोड़ दिया। इसके लिए बनाई कमेटी को इसमें ढाई साल लग गए। जनवरी 2017 में पद से हटाए जाने के बाद पाठक ने ऑफिस में अपना ताला लगा दिया था।
पाठक को वर्ष 2014 में बीयू के फार्मेसी विभाग का एचओडी बनाया गया था। नियुक्ति विवाद के चलते उनकी सैलरी रोक दी गई थी। जनवरी 2017 में पाठक को बीयू प्रबंधन ने कार्यमुक्त कर दिया था। सैलरी नहीं मिलने के कारण पाठक कोर्ट चले गए और ऑफिस में ताला लगा दिया। इस पर बीयू प्रबंधन ने प्रो.केएन त्रिपाठी, प्रो.एसके खटीक, प्रो.रागनी गोथलवाल, डिप्टी रजिस्टार यशवंत पटेल और विवि इंजीनियर अखिलेश भारद्वाज की एक कमेटी बनाई। कमेटी के अनुसार उन्होंने इस दौरान 7 से अधिक बार एके पाठक को ऑफिस का ताला खोेलने के लिए नोटिस भेजा था, लेकिन उन्होंने ताला नहीं खोला।
मंगलवार को टीम ने वीडियोग्राफी करते हुए ऑफिस का ताला तोड़ने की कार्रवाई की। पाठक के अनुसार प्रबंधन ने ताला खोले जाने की जानकारी दी है। मुझे ज्वाइनिंग देने के बाद कहा गया कि आपने रिटायरमेंट लिया है। ऐसे में आप यहां भी नौकरी नहीं कर सकते हैं। मामला न्यायालय में विचाराधीन है।