नई दिल्ली। चुनाव नज़दीक आते ही केजरीवाल सरकार ने अपनी पहली सियासी डेढ़ चाल चली है, सच पूछें तो राजनीती जो न करा दे सो कम है, अन्ना हज़ारे की कंधे पर लात रख कर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर चढ़े अरविन्द केजरीवाल की दाल जब लोकसभा में मोदी के सामने नहीं गली तब उन्हें अहसास हुआ की जनता को काम भी दिखाना पड़ता है ताकि वोट मांगने जा सकें।
लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस की गोद में बैठने की कोशिश तो बहुत की लेकिन यहाँ पर भी कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को कोई भाव नहीं दिया। केजरीवाल बहुत कोशिश करते रहे लेकिन लगता है कि काँग्रेस केजरीवाल और आम आदमी की वो बातें अभी भुला नहीं पायी है जो उन्होंने पिछले चुनाव में कांग्रेस के लिए कही थी। केजरीवाल ने अपने बच्चों की कसम तक खा ली थी और कहा था कांग्रेस और बीजेपी के साथ गठबन्धन नही करूँगा।
अब आम आदमी पार्टी को दिल्ली में अपनी ज़मीन खिसकती हुयी नज़र आ रही है, इसीलिए साढ़े चार वर्षों तक CCTV न लगने पर केंद्र सरकार और दिल्ली के गवर्नर को दोष देने वाले केजरीवाल अब फिर चुनावी लॉलीपॉप लेकर आए हैं।
दिल्ली सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और दिल्ली मेट्रो और डीटीसी की बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की घोषणा की है। दिल्ली की बसों में कैमरे भी लगाए जाएंगे। यह कैमरे नवंबर तक लगा दिए जाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि इस योजना को शुरू करने के लिए आने वाले पूरे खर्च को दिल्ली सरकार उठाएगी, लेकिन यह नहीं बताया की दिल्ली सरकार के पास यह रूपये कहाँ से आएंगे। उन्होंने कहा कि महंगा हो चुका मेट्रो का किराया महिलाओं को परेशान कर रहा है। मगर किसी पर जोर नही डाला जाएगा। जो महिलाएं टिकट ले सकती हैं वे ले सकेंगी। पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा इस योजना के लिए केंद्र से अनुमति की जरूरत नही होगी।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने शुक्रवार को मेट्रो के अधिकारियों को बुलाकर इस योजना को लेकर चर्चा की। कोई तकनीकी अड़चन नहीं आई तो छह माह में योजना लागू हो जाएगी। दिल्ली सरकार ने इसके लिए मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) से जल्द प्रस्ताव लाने को कहा है।
डीटीसी व क्लस्टर स्कीम की बसों में इसे लागू करने में सरकार के सामने कोई अड़चन नहीं है, लेकिन मेट्रो में सुरक्षा की दृष्टि से इसे लागू कर थोड़ा जटिल काम है। सोशल मिडिया पर आम आदमी पार्टी की इस के बाद ही जनता ने केजरीवाल की खिंचाई शुरू कर दी है।