मुख्यमंत्री जी, हम सभी मध्यप्रदेश के निवासी हैं और हमने नर्सिंग की पढ़ाई भी मध्यप्रदेश से की है। महोदय बिगत 15 वर्ष में मेल नर्स की एक भी भर्ती नहीं की गई। हमने कई बार मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह से आश्वासन प्राप्त किया लेकिन उन्होंने मेल तथा फीमेल किसी को नौकरी नही दी।
महोदय, पहली बार मध्यप्रदेश मैं CHO के पद को निकाला गया है। उसके लिए हम आपका आभार व्यक्त करते हैं। कई बार हम कांग्रेस के कार्यकर्ता के रूप आपका साथ दे चुके हैं और मेल नर्स को कांग्रेस का आश्वासन भी मिला था। काँग्रेस मध्यप्रदेश में आने के बाद मेल को हम नोकरी देंगे। महोदय आपसे हमारी विनती हैं इसमे मेल तथा फीमेल को बराबर के रूप से जगह दी जाय।
महोदय जी, आयुष यूनियन के आवेदन मैं उन्होंने शिकायत जताई हैं कि आयुष वालों को CHO के पद पर लेना चाहिए। तो महोदय मैं आपको अवगत कराना चाहता हूं CHO पद नर्सिंग के लिए ही होता है। भारत मे ही नही विदेशों मैं भी नर्सिंग प्रैक्टिशनर होते हैं। महोदय जी नर्सिंग को 75 प्रतिशत MBBS का विषय पढ़ाया जाता और आयुष में एलोपैथी का शून्य प्रतिशत भी नही पढ़ाया जाता, लेकिन कई बर्षो मैं ये लोग मालप्रक्टिस करके हमारे मनुष्य जीवन से खिलवाड़ कर रहे है और हमारी मध्यप्रदेश सरकार को इस बारे मैं पता होने के बाद भी कोई कार्यवाही नही कर रही।
महोदय अगर आयुष वाले अपनी पद्धत्ति को महत्व नही देते तो ऐसे कोर्स को बंद कर देना चाहिए इससे बच्चों का भविष्य तथा मनुष्य जाति को खतरा हैं। हमे आशा है आप आप ध्यान देंगे।