बचत (SAVING) तो हर व्यक्ति करता है परंतु कर्मचारी की बचत लयबद्ध होती है लेकिन निवेश (INVESTMENT) के लिए सही वित्तीय योजना (RIGHT INVETMENT PLANING) की जानकारी नहीं होने के कारण वो अपनी सारी बचत या तो BANK FD में लगा देते हैं या फिर GOLD INVESTMENT आदि में निवेश कर डालते हैं। वित्तीय विशेषज्ञ यह नहीं कहते कि बैंक एफडी या गोल्ड में निवेश नहीं करना चाहिए परंतु वो यह कहते हैं कि यदि मोटा मुनाफा कमाना है अपनी बचत का विभाजित करके निवेश करना चाहिए।
कुल आय का कितना प्रतिशत बचत करना चाहिए | What percentage of the total income should be saved
हर किसी को अपने मासिक आय का कम से कम 30 फीसदी बचत करनी चाहिए। अगर आप नौकरी पेशा या कारोबार करते हैं तो भविष्य निधि या टीडीएस जैसे कटौती के बाद जो पैसा मिला है उसे शुद्ध वेतन के रूप में गणना करनी चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर आपकी मासिक आय पचास हजार रुपये है और कर टैक्स और पीएफ काटने के बाद आपका घरेलू वेतन 40 हजार रुपये है, तो आपको कम से कम 12 हजार रुपये प्रति माह बचत कर निवेश करना चाहिए।
बैंक बचत खाते में कितना पैसा रखें | How much money do you put into a bank savings account
अगर आपके घर का बजट 30,000 रुपये रुपए प्रति माह है तो आपको अपने बचत खाते में 90 हजार रुपये से अधिक राशि नहीं होनी चाहिए। याद रखें कि आम तौर पर बचत बैंक खाते में जमा रकम पर 4 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है तो महंगाई से पार पाने के लिए पर्याप्त नहीं होता है।
इक्विटी म्यूचुअल फंड में कब और कितना निवेश करना चाहिए | When and how much to invest in Equity Mutual Fund
इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश का थंब रूल है 100 में से अपनी उम्र को घटाएं। उदाहरण के लिए, अगर आपकी उम्र 30 साल है, तो आप इक्विटी म्युचुअल फंड योजनाओं के माध्यम से अपनी बचत का 70 फीसदी (100-30) तक इक्विटी में निवेश कर सकते हैं। इसी तरह, यदि आपकी वर्तमान उम्र 60 साल है, तो इक्विटी उन्मुख योजनाओं में आपकी बचत का 40 फीसदी से अधिक (100-60) निवेश नहीं करना चाहिए।
आयु के अनुसार कितना निवेश कहां करें | How much investment do you have under age
30 साल: इक्विटी म्यूचुअल फंड में 70 फीसदी तक निवेश, सोने में 10 फीसदी और 20 फीसदी सावधि जमा, पीपीएफ, आरडी आदि में।
40 साल: इक्विटी म्यूचुअल फंड में 60 फीसदी तक निवेश, सोने में 10 फीसदी और 30 फीसदी सावधि जमा, पीपीएफ, आरडी आदि में।
50 साल: इक्विटी म्यूचुअल फंड में 50 फीसदी, सोने में 10 फीसदी और शेष 40 फीसदी डेट में
क्या बचत की पूरी रकम एक ही एसआईपी में लगा देना चाहिए | Whether the entire amount of savings should be invested in the same SIP
अगर आपकी महीने में बचत 25 हजार रुपये है तो सभी रकम को एक ही एसआईपी में निवेश करना गलत फैसला होगा। आप कम से कम पांच एसआईपी में निवेश करें। इससे यह फायदा मिलेगा कि अगर कोई एक एसआईपी बेहतर रिटर्न नहीं दे रहा होगा तो उसकी भरपाई दूसरे से हो जाएगी। वहीं एक में ही निवेश करने के बाद आपके पास यह विकल्प नहीं होगा।
कुल बचत में गोल्ड का प्रतिशत कितना होना चाहिए | What should be the percentage of gold in total savings
सोने के लिए आदर्श निवेश आपके वित्तीय पोर्टफोलियो का लगभग 10 फीसदी होना चाहिए। वित्तीय पोर्टफोलियो में सावधि जमा (एफडी), पोस्ट ऑफिस स्कीम, रेकरिंग डिपॉजिट, बॉन्ड और शेयर आदि शामिल करें। अगर आपका वित्तीय पोर्टफोलियो 50 लाख रुपये है तो आपको अधिकतम 5 लाख रुपये गोल्ड म्यूचुअल फंड और गोल्ड ईटीएफ में निवेश करना चाहिए। गोल्ड ईटीएफ या गोल्ड म्यूचुअल भौतिक सोना खरीदने से बेहतर है। वहीं, अगर आपका मौजूदा निवेश आपके वित्तीय पोर्टफोलियो का 10 फीसदी से अधिक है, तो कम से कम सोने में कोई नया निवेश नहीं करना चाहिए।
जीवन बीमा कवर कितना होना चाहिए | How much should the life insurance cover
जीवन बीमा कवरेज राशि के लिए थंब रूल यह है की वह आपकी वार्षिक आय का कम से कम सात गुना होना चाहिए। अगर आपका वार्षिक वेतन पैकेज 8 लाख रुपये है, तो एक या उससे अधिक लाइफ इंश्योरेंस प्लान जैसे टर्म प्लान, यूएलआईपी (यूलिप) और ट्रेडिशनल योजनाओं मिलकर कवर कम से कम 50 लाख रुपये का जरूर होना चाहिए।
स्वास्थ्य बीमा कवर कितना होना चाहिए | How much health insurance cover should be
अगर आप सिंगल है और कोई आश्रित नहीं है तो आपके लिए 2 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवरेज पर्याप्त है। हालांकि, बच्चों के साथ या बच्चों के बिना किसी भी जोड़े के लिए, स्वास्थ्य बीमा न्यूनतम कवरेज 5 लाख रुपये का होना चाहिए। अगर माता-पिता भी जीवित हैं और आप पर निर्भर हैं तो आपको 10 लाख रुपये का फॅमिली फ्लोटर प्लान लेना होगा।
पोर्टफोलियो की कितनी बार समीक्षा करें | How often do portfolio reviews
पोर्टफोलियो की समीक्षा करने का थंब रूल यह है की अगर आपका पोर्टफोलियो 50 लाख रुपये से अधिक है तो आप हर 3 महीनों में समीक्षा करें। अगर पोर्टफोलियो 50 लाख रुपये से कम है तो आप साल में दो बार अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा कर सकते हैं।