भोपाल। सीएम कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अब प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने भी इस्तीफा दे दिया है। लोकसभा चुनाव में बुरी तरह से हार के बाद उन्होंने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
दीपक बावरिया ने कहा है कि हमें हार की सामूहिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए, सिर्फ राहुल गांधी ही क्यों इस्तीफा देंगे। बावरिया राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाते हैं। 2017 में उन्हें मध्यप्रदेश का प्रभारी बनाया गया था। लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में इस्तीफे का दौर शुरु हो गया है। इसके पहले राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
राहुल के सम्मान में अब तक 120 इस्तीफे
हाल ही में राहुल गांधी ने कहा था कि वह इस्तीफा देने का अपना निर्णय वापस नहीं लेंगे क्योंकि किसी मुख्यमंत्री, महासचिव या प्रदेश अध्यक्षों ने हार की जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा नहीं दिया। राहुल गांधी का इतना कहना था कि कांग्रेस में इस्तीफों की झड़ी लगती दिखाई दे रही है। शुक्रवार को कई प्रदेशों के अध्यक्षों समेत 120 पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया है। इस्तीफा देने वाले बड़े नेताओं में दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्रा चौहान, तेलंगाना कांग्रेस उपाध्यक्ष पूनम प्रभाकर और एमपी प्रभारी और महासचिव दीपक बावरिया ने भी इस्तीफा दिया है। गुरुवार रात को कांग्रेस के लॉ, आरटीआई और एचआर डिपार्टमेंट के चेयरमैन विवेक तंखा ने अपने पद से इस्तीफा देकर कहा था कि अन्य नेताओं को भी इस्तीफा देना चाहिए ताकि राहुल गांधी निर्णय ले सकें।