भोपाल। बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी (BU) ने यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट में च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है। अगले सत्र से सभी पीजी कोर्स एमए, एमएससी व एमकॉम में इस सिस्टम को लागू किया जाएगा। इससे छात्रों को अपने कोर्स के कोर सब्जेक्ट्स के साथ ही कोर्स से हटकर अन्य विषयों की पढ़ाई करने की आजादी मिल सकेगी।
यूनिवर्सिटी ने सीबीसीएस के अनुसार सिलेबस बनाना शुरू कर दिया है। इसकाे लेकर सोमवार को समाजशास्त्र डिपार्टमेंट में पहली बैठक हुई। इसमें कुलपति प्रो. आरजे राव व सभी विभागों के एचओडी व फैकल्टी मौजूद रहे।
यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) ने सीबीसीएस लागू करने की सिफारिश की है। इसके चलते प्रदेश के ट्रेडिशनल यूनिवर्सिटी में यह सिस्टम इंदौर के देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी, जबलपुर के रानी दुर्गावति यूनिवर्सिटी और ग्वालियर के जीवाजी यूनिवर्सिटी में लागू किया जा चुका है।
आरजीपीवी में नहीं हो सका सफल सीबीसीएस लागू करने के लिए संसाधनों में भी इजाफा करना होता है। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में यह सिस्टम लागू किया गया था। आरजीपीवी ने इसे एक साथ प्रदेश भर के सभी संबद्ध कॉलेजों में लागू कर दिया था। इसके अनुसार संसाधन उपलब्ध नहीं हो पाने से यह सफल नहीं हुआ और सीबीसीएस को हटाना पड़ा।
इसे अगले सत्र से लागू किया जाएगा। प्लानिंग एंड इवैल्यूशन बोर्ड, स्टैंडिंग कमेटी व एकेडमिक काउंसिल से सीबीसीएस लागू करने का प्रस्ताव पास कर दिया है। सिलेबस बनाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। एक्सपर्ट की मदद ले रहे हैं।  प्रो. आरजे राव, कुलपति बीयू