नई दिल्ली। कानपुर की एक लड़की अपने परिवार से झगड़ा करके अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीने के लिए दिल्ली आई थी। 16 जून को नौकरी की तलाश के दौरान 2 लड़कों ने उसको बंधक बना लिया। कई दिनों तक उसका यौन शोषण किया गया। यहां तक कि उसके साथ अप्राकृतिक यौन हमले भी किए गए। बड़ी मुश्किल से लड़की घर से बाहर निकली और पड़ौसियों की मदद से पुलिस तक पहुंची।
युवती के साथ बलात्कार करने वाले आरोपियों की पहचान शतरुंध और भरत के नाम से हुई है। इनकी मां लाजपत नगर में एक चाय की दुकान पर काम करती है। आरोप है कि ये दोनों भाई इसी दुकान पर आई युवती को अपने साथ घर ले गए थे। इसके इन्होंने बारी-बारी से युवती के साथ बलात्कार किया। पीड़ित युवती की उम्र 22 साल बताई गई है।
पीड़ित युवती के आरोप के मुताबिक वह 16 जून को अपने परिवारवालों से नाराज होकर कानपुर से दिल्ली आ गई थी। एक दिन निजामुद्दीन स्टेशन पर रूकी। अगले दिन 18 जून को युवती काम की तलाश में लाजपत नगर पहुंची, जहां वो एक चाय की दुकान पर बैठी थी। यहीं उसकी दुकान पर काम करने वाली एक महिला से बातचीत हुई। इस दौरान महिला ने युवती को काम दिलाने का वादा किया।
रात को महिला के दो बेटे दुकान पर आए और पीड़ित युवती को अपने साथ घर ले गए। जिसके बाद इन्होंने पीड़िता के साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। इस दौरान आरोपियों ने युवती को कमरे से बाहर नहीं निकलने दिया। आरोप है कि इन दोनों भाईयों ने पीड़ित युवती के साथ कई बार दुष्कर्म किया। इस दौरान युवती ने कई बार भागने की कोशिश की लेकिन वो सफल नहीं हो पाई।
एक दिन जब दोनों भाई सो रहे थे तब यह युवती चुपके से घर से बाहर निकल गई। इसके बाद उसने पड़ोस में रहने वाले लोगों को मामले की जानकारी दी। जिसकी खबर लगते ही दोनों भाई घर छोड़कर भाग गए। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामले में 376डी, 377 और 506 का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। पुलिस ने इन दोनों भाईयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोप है कि दोनों भाईयों ने चार दिन तक युवती के साथ अप्राकृति तरीके से शारीरिक संबंध बनाए।