भोपाल। नामदेव दास त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा के लक्झरी शौक कौन नहीं जानता। उन्हे तमाम सरकारी सुविधाओं के साथ हेलिकॉप्टर में उड़ान भरने का बड़ा शौक है। नर्मदा, क्षिप्रा एवं मंदाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष पद पर आसीन होने के बाद उनकी पहली मांग हेलीकॉप्टर ही थी, ताकि वो नर्मदा नदी की परिक्रमा कर अवैध उत्खनन की जांच कर सकें परंतु दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने इसका विरोध किया और सीएम कमलनाथ ने कंप्यूटर बाबा की हेलीकॉप्टर वाली मांग को खारिज कर दिया।
कंप्यूटर बाबा को पैदल परिक्रमा के निर्देश
जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने आज भोपाल में बताया कि बाबा से बात हो गई है। उनसे नर्मदा परिक्रमा पैदल करने कहा गया है। जहां जरूरत पड़ेगी बाबा कार से यात्रा करेंगे। इस बार में उनसे बात हो गई है। उल्लेखनीय है कि कंप्यूटर बाबा ने करीब 15 दिन पहले मंत्रालय में नर्मदा, क्षिप्रा एवं मंदाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष का पदभार संभालने के तुरंत बाद सरकार से हेलिकॉप्टर की मांग भी की थी। ताकि वे नर्मदा तटों पर अतिक्रमण और अवैध खनन का जायजा ले सकें।
दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने किया था विरोध:
कंप्यूटर बाबा द्वारा नर्मदा नदी के निरीक्षण के हेलिकॉप्टर मांगे जाने का भी लक्ष्मण सिंह ने विरोध किया था। बीते सप्ताह लक्ष्मण सिंह ने कहा था कि कंप्यूटर बाबा संत हैं उन्हें इस तरह की मांग शोभा नहीं देती। अगर उन्हें नर्मदा नदी का जायजा ही लेना है तो पैदल परिक्रमा करना चाहिए। बताने की जरूरत नहीं कि कंप्यूटर बाबा, दिग्विजय सिंह कोटे से कांग्रेस नेता माने जाते हैं। नर्मदा, क्षिप्रा एवं मंदाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष पद पर उनकी नियुक्ति भी दिग्विजय सिंह की सिफारिश पर हुई है।