भोपाल। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के प्रवर्तन अधिकारी श्याम अखंड (SHYAM AKHAND ENFORCEMENT OFFICER) को दो लाख रुपए की रिश्वत (BRIBE) लेते हुए गिरफ्तार किया है। इस मामले में रिश्वत की राशि के लेनदेन में मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाले वकील को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपितों को अदालत ने छह जून तक के पुलिस रिमांड पर सीबीआई को सौंपा है।
मामला उज्जैन और मंदसौर का है। जानकारी के मुताबिक रेलवे के एक कांट्रेक्टर के कर्मचारियों की कर्मचारी भविष्य निधि रकम कटौती को लेकर ईपीएफओ में प्रकरण चल रहा था। इसमें ईपीएफ की राशि का कोई विवाद था, जिसके निपटारे के लिए कांट्रेक्टर ने एक वकील बुदवानी को प्रकरण सौंपा था।
बुदवानी ने ईपीएफओ के प्रवर्तन अधिकारी श्याम अखंड से बातचीत की और मामले के निपटारे के लिए पांच लाख रुपए की रिश्वत की बातचीत हुई। इस बीच केंद्रीय जांच ब्यूरो को कर्मचारियों के ईपीएफ की राशि विवाद की सूचना मिली और रिश्वत के लेनदेन की पुख्ता सूचना मिलने पर सीबीआई ने रविवार को कार्रवाई की।
बुदवानी ने श्याम अखंड को दो लाख रुपए की राशि पहुंचाई तो सीबीआई ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से एक व्यक्ति मंदसौर और दूसरा उज्जैन में गिरफ्तार किया गया।