भोपाल। दिग्विजय सिंह के चुनाव में 'हार गए तो समाधि ले लूंगा' ऐलान करने वाले पद से हटाए गए महामंडलेश्वर वैराग्यानंद महाराज उर्फ मिर्ची बाबा ने निरंजनी अखाड़े के नरेंद्र गिरी महाराज के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करा दिया। बता दें कि नरेंद्र गिरी महाराज ने ही मिर्ची बाबा को अखाड़े से निष्कासित कर महामंडलेश्वर से पद से हटा दिया था। पुलिस ने नरेंद्र गिरी महाराज के खिलाफ आईपीसी की धारा 507 (अनाम संसूचना द्वारा आपराधिक अभित्रास) के तहत मामला दर्ज किया है।
बताने की जरूरत नहीं कि चुनाव के नतीजे आते ही मिर्ची बाबा गायब हो गए थे। फिर वो एक रोजा इफ्तारी के कार्यक्रम में नजर आए। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी उनसे नाराज थे। पिछले दिनों दिग्विजय सिंह को मनाने के लिए जल समाधि लेने का ऐलान किया। तमाम ड्रामा के बाद बात खत्म हो गई। अब मिर्ची बाबा का कहना है कि उन्हे आत्महत्या के लिए उकसाया जा रहा है। 3000 से ज्यादा लोगों ने फोन करके उन्हे आत्महत्या करने के लिए उकसाया। मिर्ची बाबा का आरोप है कि इसके पीछे नरेंद्र गिरी महाराज का हाथ है।
अयोध्या नगर पुलिस के अनुसार मीनाल रेसीडेंसी में रहने वाले 38 वर्षीय वैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा ने पुलिस में शिकायत की थी कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के लोकसभा चुनाव 2019 में जीत के लिए कांग्रेस का प्रचार किया था। वह चुनाव हार गए। जिसके बाद 9 मई को उन्हें मोबाइल पर धमकी दी जा रही है और आत्महत्या के उकसाया जा रहा है। वैराग्यानंद के वकील सैयद माजिद अली ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरी ने तीन हजार कॉल करवाकर वैराग्यानंद को आत्महत्या करने के लिए उकसाया और प्रताड़ित किया। इस मामले में पुलिस ने धारा 507 के तहत मामला दर्ज किया है, जबकि हमने साइबर क्राइम और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करने की मांग की थी।