चित्तौड़गढ़/राजस्थान। ऑनलाइन सट्टा (ONLINE SATTA - BETTING) कारोबार का ऐजेंट पकड़ा गया है। एसपी अनिल कयाल ने बताया कि कई दिन से सूचना मिल रही थी कि पुलिस द्वारा गत माह प्रतापनगर व रेलवे स्टेशन के पास स्थित ऑनलाइन कैसिनो (ONLINE CASINO GAME) सीज करने के बाद कुछ सटोरियों ने ऑनलाइन सट्टा (ONLINE GAMBLING) शुरू कर दिया है। पांच सौ रुपए से लेकर एक हजार रुपए तक में ग्राहकों को ऑनलाइन सॉफ्टवेयर देकर सट्टा चलवा रहे हैं।
FUN TARGET APP से GAME के बदले GAMBLING हो रही थी
एसपी ने बताया कि सूचना पर कोतवाल शैलेंद्र सिंह ने गुरुवार को कार्रवाई कर एक जने काे गिरफ्तार किया। जोधपुर जिले के मंडोर थाना के लाला का बेरा निवासी 27 वर्षीय भवानी सिंह पुत्र हरीचंद माली गहलोत पंचायत समिति के बाहर चाय के ठेले के पास बैठकर बैग और मोबाइल लेकर ऑनलाइन जुआ चला रहा था। जो कि मोबाइल के जरिए फन टारगेट एप डाउनलोड कर उसमे गेम द्वारा पॉइंट हासिल कर मिले पॉइंट के आधार पर ऑनलाइन रुपए का लेनदेन करता है।
पुलिस ने पहले सत्यापित किया कि GAMBLING ही है
पुख्ता खबर के आधार पर थानाधिकारी शैलेंद्रसिंह पुलिस टीम के कांंस्टेबल बालमुकुंद, पुष्पेंद्र और राजेंद्र के साथ मौके पर पहुंचे। जहां पुलिस जवान को बोगस ग्राहक बनाकर भवानीसिंह के पास भेजा जिससे पांच सौ रुपए का रिचार्ज करवा कर प्वाइंट हासिल कर मोबाइल पर गेम चालू किया। ऑनलाइन जुआ का गेम सत्यापित होने पर भवानी सिंह को गिरफ्तार कर तलाशी ली तो उसके पास से ऑनलाइन गेम के विभिन्न पॉइंट्स का हिसाब व एक लाख 16 हजार रुपए नगद मिले।
मुख्य संचालक जोधपुर के कमलेश सैनी व वीरेंद्र सैनी
आरोपी भवानी सिंह ने पूछताछ में पुलिस काे बताया कि गेम खेलने वाला अपने एकाउंट में रिचार्ज करवा कर पॉइंट हासिल करता है, उन पॉइंट्स के हिसाब से फन टारगेट पर विभिन्न ऑनलाइन गेम जैसे पिनबॉल, वॉलेट, अंदर-बाहर एवं स्पिनर आदि पर अपने पॉइंट निर्धारित करता है, लगाए गए पॉइंट खुलने पर 1 पॉइंट पर 9, 12 या 14 पॉइंट मिलते हैं। जिसके आधार पर जीती गई राशि दी जाती है। जीती गई या हारी गई राशि का भुगतान ऑनलाइन एप, पेटीएम या सीधे बैंक एकाउंट के जरिए होता है, नगद भुगतान बहुत कम होता है। आरोपी ने बताया कि इस कंपनी का मुख्यालय जोधपुर में है जिसके मुख्य संचालक कमलेश सैनी व वीरेंद्र सैनी हैं। पूर्व में भी इनके विरुद्ध जोधपुर व भीलवाड़ा पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई थी।