ग्वालियर। चिड़ियाघर रोड फूलबाग पर रविवार की दोपहर घायल मिले छोटू की अस्पताल में मौत हो गई। मृतक बस्तियों में सफाई का काम करता था। मृतक की मां का आरोप है कि दो-तीन लोगों ने उसकी पीट-पीटकर हत्या की है। जबकि पुलिस का कहना है कि ऑटो की टक्कर से छोटू घायल हुआ था। पड़ाव थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पड़ाव थाना टीआई अनिल सिंह भदौरिया ने बताया कि रविवार की दोपहर किसी ने 100 डायल पर सूचना दी कि चिड़ियाघर रोड पर ऑटो ने पीछे से एक युवक को टक्कर मार दी। इस सूचना पर एफआरवी मौके पर पहुंची। एफआरवी ने घायल युवक को जेएएच के ट्रॉमा सेंटर पहुंचा दिया। FRV में तैनात सिपाही ने उन्हें यही बताया था कि वह घायल युवक को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराने ले जा रहे थे। घायल युवक का नाम छोटू पुत्र सीताराम खरे निवासी शिंदे की छावनी बताया है। शाम को अस्पताल से सूचना आई कि घायल छोटू की मौत हो गई। टक्कर मारने वाले ऑटो की पहचान करने CCTV कैमरे की फुटेज देखेंगे। छोटू के घायल होने की सूचना मिलते ही उसकी मां सरजू बाई अस्पताल पहुंच गई थी।
मृतक की मां सरजू बाई ने बताया कि उसका बेटा छोटू बस्तियों में सफाई का काम करता था। दोपहर को वह घर से निकला था। दोपहर करीब 3 बजे सूचना मिली कि छोटू घायल है और वह ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है। उसकी हालत खराब है। वह घबराकर अस्पताल पहुंची। छोटू बगैर इलाज के अस्पताल में तड़प रहा था। मैं इलाज के लिए इधर-उधर दौड़ी। लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी। मां का कहना है कि छोटू ने उसे बताया कि उसका एक्सीडेंट नहीं हुआ है। दो-तीन लड़कों ने उसे पीटा है। वह पीटने वाले लड़कों का नाम नहीं बता पाया। इतना बताने के बाद वह अचेत सा हो गया। शाम को उसकी मौत हो गई। मां का आरोप है कि उसके बेटे की हत्या हुई है। अस्पताल में उसे इलाज नहीं मिला है। छोटू की मौत की सूचना मिलते ही पड़ाव थाना पुलिस अस्पताल पहुंच गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए डेड हाउस पहुंचा दिया। पड़ाव थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में युवक की मारपीट की
जेएएच परिसर में ही छोटू की मौत से आक्रोशित परिजनों की नजर एक युवक पर पड़ गई। इन लोगों ने इस युवक को पकड़कर उसकी मारपीट कर दी। मृतक के परिजनों को आशंका है कि छोटू की मौत में इस युवक का प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से हाथ है। यह युवक पिछले एक घंटे से यहां उनके पीछे घूम रहा है। संदेही यह पता करने के लिए आया है कि छोटू मर गया या जिंदा है। उसने किसी का नाम तो नहीं बता दिया। आक्रोशित परिजनों से घिरे युवक का कहना था कि उसकी मौसी का लड़का अस्पताल में भर्ती है। उसे देखने के लिए आया था, लेकिन वह यह नहीं बता पा रहा था कि उसका मौसेरा भाई कहां भर्ती है।