ग्वालियर। कृषि शिक्षा के निजीकरण के विरोध में हड़ताल पर बैठे छात्र आंदोलन को उग्र रूप देने के लिये तैयारी करने में जुट गए हैं। सरकार की वादा खिलाफी के खिलाफ पिछले दिनों राजामाता कृषि विवि के छात्र छात्राएं हड़ताल पर बैठे हुए हैं लेकिन सरकार इनकी सुनवाई नहीं कर रही है।
सोमवार को एक सैकड़ा हड़ताली छात्र छात्राओं ने कॉलेज में हॉस्टलों को भी खाली कर सडक़ पर डेरा डाल दिया। हड़ताल पर बैठे विद्यार्थियों का कहना है कि सरकार ने अपना रवैया नहीं बदला तो चक्काजाम करने में भी संकोच नहीं करेंगे। मेला रोड स्थित कृषि कालेज में छात्रा छात्राओं ने नारेबाजी करते हुए तीनों हॉस्टलों के कमरों को खालीकर अपना सामान समेटकर सडक़ों पर आ गए। कॉलेज प्रबंधन पुलिस व प्रशासन की मदद से इन पर दबाव बना रहा है। कृषि छात्राओं का कहना है कि निजी विवि द्वारा ऐसे छात्रों को कृषि स्नातक में प्रवेश दया जा रहा है जो उचित नहीं है। छात्र नेता सुदीप बिलगेंया का कहना है कि आंदोलन प्रदेश भर के सभी कृषि विवि में एक साथ किया जा रहा है। जब तक मांगे पूरी नहीं होती हैं तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
छात्रों का सीएम कमलनाथ की अर्थी निकालकर अंतिम संस्कार भी किया था, लेकिन इसके बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। प्रशासन ने दबाव बनाकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल तो खत्म करा दी है, लेकिन क्रमिक भूख हड़ताल जारी है।