ग्वालियर। हजीरा से चार शहर का नाका तक काफी व्यस्त मार्ग है। हर दिन पांच हजार से ज्यादा लोग इस सड़क से गुजरते हैं। सड़क पूरी तरह उखड़ चुकी है। पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है। अटल बिहारी वाजपेयी ट्रिपल आईटीएम चौराहा से चार शहर का नाका तक फोरलेन सड़क है। इसे हजीरा चौराहा तक बनाना है। सड़के के दोनों ओर नाला और बीच में डिवाइडर की ड्राइंग है। पूरा कार्य 1 करोड़ 74 लाख में करना है। निगम प्रशासन ने सितंबर में वर्क ऑर्डर और तत्कालीन क्षेत्रीय विधायक व उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने इसका भूमिपूजन कर दिया। बिल्टेक इन्फ्राटेक नामक फर्म को यह काम मार्च 2019 तक पूरा करना था, लेकिन अक्टूबर में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई और काम अटक गया। प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता आई और क्षेत्रीय विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर मंत्री बन गए तो फरवरी में उन्होंने फिर से इस सड़क के निर्माण कार्य का भूमिपूजन कर दिया।
इस क्षेत्र में रिहायस काफी पुरानी है। ज्यादातर लोगों पर भूमि के स्वामित्य संबंधी दस्तावेज हैं। कुछ लोगों के चबूतरे भी उनकी हद में हैं। सड़क कहीं चौड़ी तो कहीं संकरी है, इसलिए चौड़ीकरण जरूरी है। लेकिन निगम अधिकारियों ने दफ्तर में बैठकर योजना बना ली और भूमिपूजन करा दिया। जब काम शुरू किया तो विवाद सामने आने लगे। निगम ने अब भवन अधिकारियों और राजस्व की टीम को भेजकर मकानों की नापतौल शुरू कर दी है। ऐसी स्थिति में ठेकेदार ने भी काम बंद कर दिया है। वर्तमान हालातों को देखते हुए साफ है कि बरसात में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि एक माह में नाले का ही विवाद नहीं निपटेगा।
नाला निर्माण में परेशानी आ रही है, क्योंकि इसके लिए चबूतरे तोड़े जा रहे हैं। कुछ लोग चबूतरों तक अपनी संपत्ति बता रहे हैं, इसलिए भवन अधिकारी हर घर का सर्वे कर रहे हैं। इससे पता चल जाएगा कि उनकी कहां तक संपत्ति है। यह विवाद निपटते ही सड़क निर्माण का काम भी शुरू कर देंगे।
सुशील कटारे, सीसीओ ननि
हमें पिछले साल सितंबर में वर्क ऑर्डर मिला। 6 माह में काम पूरा करना था। जब नाला निर्माण शुरू किया तो लोगों ने आपत्तियां शुरू कर दीं। निगम अभी तक विवाद नहीं निपटा सका है। समय सीमा निकलने के कारण हमें नोटिस दिए जा रहे हैं। हम इनके जवाब दे रहे हैं।
उज्जवल श्रीवास्तव, ठेकेदार