क्या आपने कभी अपनी जेब में रखे नोटों के नंबरों को ध्यान से देखा हैै। क्या आपने इन नंबरों पर छुपी जानकारी तलाशने की कोशिश की है। अगर नहीं तो आज हम आपको ऐसी जानकारी दे रहे हैं, जो शायद आपको चौंका सकती है। नोटों के नंबर पर आपकी या किसी सेलेब्रिटी की जन्मतिथि यानी बर्थ-डेट छुपी होती है। ऐसे नोट न सिर्फ आपके लिए खास हैं, बल्कि यही नोट आपको धनवान भी बना सकते हैं। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ईबे पर ऐसे नोटों की बोली लगाई जाती है, जिसमें ऐसे खास नोट हजारों रुपए तक का बिकता है।
क्या है इनकी खासियत
स्पेशल सीरीज वाले नोट बहुत कम लोगों के पास होते हैं। इनमें ही ऐसे भी नोट होते हैं जिनमें डेट ऑफ बर्थ लिखी होती है। जरूरी नहीं ये नोट आसानी से मिल जाए, लेकिन इत्तेफाक से ये नोट हाथ आए तो इसे नजरअंदाज न करें। ऐसे नोट स्पेशल कैटेगरी में रखे जाते हैं। ईबे पर इनकी बोली लगती है। कीमत इस आधार पर तय होती है कि उस पर लिखा नंबर कितना खास है। हाल ही में ईबे पर एक बर्थ-डेट वाले नोट की नीलामी की जा रही है। यह नोट एम सारावनन के नाम पर है। उनकी बर्थ-डेट इस नोट के नंबरों से मेल खाती है। नीलामी में इसकी शुरुआती कीमत 5 डॉलर रखी गई है।
क्यों खास है नीलामी वाला ये नोट
इस नोट पर अंकित नंबर यानी डेट (23/04/78) बहुत खास है। इसी दिन प्रख्यात लेखक विलियम शेक्सपियर का जन्म हुआ था। यही नहीं, रेस्लिंग के शौकीन इसकी और ज्यादा कीमत अदा कर सकते हैं क्योंकि, इस दिन प्रसिद्ध रेस्लर जॉन सीना का भी जन्मदिन है। माना जाता है कि यदि इस तरह का नोट आपके पास है तो उस महान आत्मा का आशीर्वाद आपको मिलता है आपके अंदर उसी तरह के गुणों का विकास होने लगता है।
7 लाख रुपए में खरीदा था 1 रुपए का नोट
ईबे पर ही कुछ समय पहले एक रुपए का एक नोट 7 लाख रुपए में बेचा गया था। 7 लाख रुपए में बिकने वाले एक रुपए के नोट की खासियत थी कि वह आजादी से पहले का एकमात्र नोट था। जिस पर उस समय के गवर्नर जे डब्ल्यू केली के साइन हैं। 80 साल पुराने इस नोट को ब्रिटिश इंडिया की ओर से 1935 में जारी किया गया था।
1 करोड़ डॉलर में बिका एक डॉलर का सिक्का
अगर सिक्कों और बैंक नोट के बाजार की बात करें तो 1794 के 1 डॉलर का एक सिक्का 2013 में 1 करोड़ डॉलर में बिका था। वहीं, 1891 के 1000 डॉलर का नोट अप्रैल 2013 में 25 लाख डॉलर का बिका था। भारतीय मुद्राओं की बात करें तो इनकी कीमत का अंदाज लगाना मुश्किल है लेकिन भारत की दुर्लभ करेंसी पर नजर रखने वाली वेबसाइट की माने तो 1970 के दौरान का सौ रुपए के एक नोट की कीमत 15 से 20 हजार रुपए हो सकती है। वहीं 1964 में छपे 1 रुपए के नोट की कीमत इससे भी कहीं ज्यादा आंकी गई है।
किन नोट पर रखें नजर
जानकारों के मुताबिक, बाजार में दो तरह के नोट या सिक्कों के लिए ज्यादा कीमत दी जाती है। पहली अगर वो दुर्लभ हो या फिर उस नोट के नंबरों में कुछ यूनीकनेस हो। रुपए के नोट का दुर्लभ होने से साफ मतलब है कि वो नोट कहीं और आसानी से उपलब्ध नही हो। ऐसे नोट की कीमत लाखों मे जा सकती है. दूसरा अगर यूनिक नंबर किसी खास डेट या सीरीज नंबर से मैच करता है तो उस नोट की कीमत भी काफी ज्यादा हो सकती है।
खास थीम पर छापे जाते हैं नोट
नोट भी एक खास थीम पर छापे जाते हैं। कई बार किसी खास एचीवमेंट को दर्शाने वाले नोट छापे जाते हैं। संग्रहकर्ता इस तरह की थीम वाले नोट के पूरे कलेक्शन को लेना पसंद करते हैं। नोट की कीमत इस हिसाब से तय होती है कि वो थीम कितनी महत्वपूर्ण थी। गवर्नर के हस्ताक्षर के आधार पर भी नोट की कीमत बढ़ती है। अगर कोई गवर्नर कम वक्त के लिए अपने पद पर रहा हो तो उनके हस्ताक्षर वाले नोट की कीमत और बढ़ जाती है।
सबसे महंगा बिकता है ‘स्टार’ नोट
ये नोट सबसे महंगे बिकते हैं। ऑनलाइन साइट पर 1988 में छपे 10 रुपए के नोट पर छपाई गलत हुई थी। जिसके कारण ये नोट काफी यूनिक बने। वहीं, स्टार नोट यानि वो नोट जो किसी गलत छपाई वाले नोट की जगह गड्डी में रखे जाते हैं ऐसे नोट की डिमांड भी काफी है। इन्हें स्टार नोट कहते हैं क्योंकि इनमें नंबर के साथ स्टार लगा होता है। इन नोट की असली कीमत ऑक्शन के दौरान ही पता चलती है।