इंदौर। वायु प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए क्या रविवार को शहर में कार फ्री डे घोषित किया जा सकता है? एक दिन कार न चलाकर नागरिक शहर के वायु मंडल को सुधारने में योगदान दे सकते हैं? पर यह तभी संभव होगा जब शहर के नागरिक इसके लिए तैयार हों। प्रशासन इस मामले में पहले नागरिकों, सामाजिक संगठनों आदि से सहमति लेगा, तभी इस मामले में आगे कदम बढ़ाएगा।
वायु प्रदूषण कम करने के नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दिशा-निर्देशों के तहत शासन के विभिन्न विभाग इस पर चर्चा कर रहे हैं। संभागायुक्त कार्यालय में गुरुवार को इसी मुद्दे पर बैठक बुलाई गई। संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने बताया कि सप्ताह में एक दिन भी हम कार-फ्री डे कर पाए तो इससे प्रदूषण पर काफी रोक लगेगी। अभी यह एक विचार है और इसमें जनता की राय लेकर इसे लागू किया जा सकता है। लोगों को इस बात के लिए तैयार करना पड़ेगा कि वे सप्ताह में एक दिन कार का उपयोग करने के बजाय साइकिल या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें। कार फ्री डे चरणबद्ध भी हो सकता है। कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने सुझाव दिया कि कार फ्री डे के लिए रविवार का दिन उपयुक्त हो सकता है। इसके लिए समय और रूट भी तय किए जा सकते हैं।
बैठक में कलेक्टर जाटव, एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र, नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह, IDA सीईओ विवेक श्रोत्रिय, एकेवीएन एमडी कुमार पुरुषोत्तम, संयुक्त आयुक्त राजस्व सपना सोलंकी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी आरके गुप्ता आदि मौजूद थे। बैठक में आरटीओ जितेंद्रसिंह रघुवंशी ने बताया कि अमानक वाहनों पर परिवहन विभाग की कार्रवाई जारी है। यातायात विभाग के एडिशनल एसपी महेंद्र जैन ने बताया कि हम भी बसों की अलग से चेकिंग कर रहे हैं कि वे प्रदूषण तो नहीं फैला रही हैं?
शहर में लगने वाले स्मार्ट सिग्नल सिस्टम और लेफ्ट टर्न चौड़ीकरण की भी बैठक में समीक्षा की गई। लेफ्ट टर्न चौड़ीकरण के सात काम पूरे हो गए और 10 पर काम चल रहा है। शहर में 12 नए स्थानों पर मल्टी लेयर पार्किंग प्रस्तावित है। प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी गुप्ता ने बताया कि शहर में सात जगह पर्यावरण प्रदूषण बताने के संकेतक लगे हैं। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, सांवेर रोड पर सर्वाधिक वायु प्रदूषण पाया गया। इसके बाद कोठारी मार्केट क्षेत्र में वायु प्रदूषण का स्तर अधिक है। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि शहर में ई-रिक्शा को बढ़ावा दिया जाए। निगम कमिश्नर ने ई-रिक्शा के लिए मार्ग चिन्हित करने पर जोर दिया।