इंदौर। सोशल मीडिया पर एक अफवाह उड़ी की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन को महाराष्ट्र का राज्यपाल बना दिया गया है। सोशल मीडिया पर ही उन्हे बधाईयों का तांता लग गया। चौंकाने वाली बात यह है कि पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय जैसे नेता ने भी ताई को बधाई दे डाली। सबसे बड़ी बात यह है कि ताई भी बेवजह मिल रहीं बधाईयों का आनंद उठातीं रहीं। उन्होंने तत्काल खबर का खंडन नहीं किया। हालांकि बाद में यह स्पष्ट हुआ कि यह किसी की शरारत मात्र थी।
इंदौर से रिकॉर्ड 8 बार लगातार लोकसभा चुनाव जीतने वाली ताई इस बार चुनाव मैदान में नहीं थीं। उनकी जगह शंकर लालवानी बीजेपी से टिकट पाकर सांसद भी चुन लिए गए। अब चुनाव ना लड़ने के बाद ताई की नयी भूमिका को लेकर चर्चा का दौर चल रहा है। उसी बीच अचानक कहीं से ख़बर आयी कि ताई को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है। खबर आते ही वायरल हो गयी। उसके बाद उन्हें बधाई का तांता लग गया. लोकल लोगों से लेकर पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय तक ने लगे हाथ ताई को बधाई दे डाली।
मालवीय ने फेसबुक और ट्वीटर पर बधाई ट्वीट कर दी। मालवीय के ट्वीट करने के कारण लोगों ने समझा कि यह खबर सही है। हालांकि बाद में इस ख़बर का खंडन भी आ गया। अपनी ग़लती का अहसास होते ही मालवीय ने फौरन अपनी पोस्ट हटा ली। यह घटनाक्रम 2 चीजों को स्पष्ट कर गया। पहली पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय किसी भी खबर की पुष्टि किए बिना ही प्रतिक्रिया दे देते हैं और दूसरी ताई को बधाई की भूख है, चाहे वो झूठी ही क्यों ना हो।