इंदौर। शहर के साढ़े पांच हजार से ज्यादा वकील मंगलवार को कोर्ट में पैरवी नहीं करेंगे। राज्य अधिवक्ता परिषद के आव्हान पर वकीलों ने यह निर्णय लिया है। वकील उप्र राज्य अधिवक्ता परिषद की नवनिर्वाचित अध्यक्ष की हत्या का विरोध कर रहे हैं। उनकी मांग है कि राज्य में तुरंत एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए। मंगलवार को वकीलों के काम नहीं करने से 10 हजार से ज्यादा मामलों की सुनवाई प्रभावित होगी। महीनेभर के ग्रीष्मावकाश के बाद वकील सोमवार से ही काम पर लौटे हैं।
उप्र राज्य अधिवक्ता परिषद की नवनिर्वाचित अध्यक्ष दरवेज यादव की कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। प्रदेश के वकील इस घटना का विरोध कर रहे हैं। राज्य अधिवक्ता परिषद ने पूरे प्रदेश के अभिभाषक संघों को पत्र लिखकर 18 जून को कोर्ट में पैरवी नहीं करने का आव्हान किया है। इंदौर अभिभाषक संघ के अध्यक्ष सुरेंद्रकुमार वर्मा और सचिव कपिल बिरथरे ने बताया कि कार्यकारिणी की बैठक में फैसला हुआ कि इंदौर के वकील राज्य अधिवक्ता परिषद के आव्हान का समर्थन करेंगे और पैरवी के लिए उपस्थित नहीं होंगे।
जिला कोर्ट के अलावा तहसील कोर्ट, हाई कोर्ट, रेवेन्यू कोर्ट आदि में भी वकील काम नहीं करेंगे। इसके चलते 10 हजार से ज्यादा प्रकरणों की सुनवाई प्रभावित होगी। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अमरसिंह राठौर ने बताया कि मंगलवार को हाई कोर्ट में भी वकील पैरवी नहीं करेंगे।