इंदौर। नगर निगम ने शुक्रवार को दो और अति खतरनाक मकान ध्वस्त किए। पहली कार्रवाई जोन 1 और दूसरी जोन 12 में की गई। जोन 12 के तहत अभिमन्यु वर्मा, मकान नं. 10/2 मुराई मोहल्ला में तीन मंजिला अति खतरनाक मकान को गिराया। निगम का अमला 11 बजे पहुंच गया था। दोपहर 12 बजे कार्रवाई शुरू होना थी, इसी बीच क्षेत्रीय विधायक आकाश विजयवर्गीय का अधिकारियों के पास फोन आया कि मैं पांच मिनट में निरीक्षण करने आ रहा हूं। विधायक को देरी हुई तो अधिकारियों ने मकान के फोटो वाट्सएप पर भेजने की बात कही, लेकिन वह नहीं माने। एक घंटे बाद विधायक पहुंचे, तब कार्रवाई हुई।
मकान में रह रहे आठ परिवार के करीब 40 लोगों ने विधायक से दो-चार दिन की मोहलत मांगी। रहवासियों ने कहा हम दो दिन में मकान में सुधार करवा लेंगे। हमारे छोटे बच्चे हैं। हम बच्चों को लेकर कहां जाएंगे? इस पर विधायक ने निगम अधिकारियों से चर्चा की, लेकिन अधिकारी नहीं माने। रहवासियों ने ये भी कहा कि कोई जनहानि होती है तो उसके जिम्मेदार हम खुद होंगे। इस पर विधायक ने कहा कि ऐसा नहीं होता है। इसके बाद रहवासी विधायक से मांग करने लगे कि मकान का सिर्फ आगे का ही हिस्सा गिराया जाए, लेकिन जेसीबी का पंजा लगते ही मकान ढहने की स्थिति में आ गया। इस पर गुस्साए रहवासियों ने कहा जब कार्रवाई करवाना ही थी तो विधायक यहां अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने क्यों आए? कार्रवाई के दौरान भवन अधिकारी विवेश जैन, तहसीलदार विवेक सोनी और सहायक रिमूवल अधिकारी बबलू कल्याणे मौजूद थे।
निगम ने जोन 1 में सिकंदराबाद काॅलोनी (किला मैदान) जूना रिसाला के पीछे नाले किनारे बने मकान को भी तोड़ा। इस मकान में तीन व्यक्ति फिरोज खान पिता मोहम्मद ईशाक, साजिद शब्बीर खां व सिराज भाई रहते थे। मकान की दीवारें मिट्टी खिसकने के कारण तिरछी हो गई थीं। पोकलेन का पंजा लगते ही मकान नाले में गिर पड़ा। कार्रवाई को दौरान कार्यपालन यंत्री ओपी गोयल, रिमूवल अधिकारी वीरेंद्र उपाध्याय उपस्थित थेे।