भोपाल। गोविंदपुरा स्थित ITI परिसर (ITI campus) में रविवार शाम को सिक्युरिटी गार्ड (Security guard) ने फांसी लगाकर जान दे दी। मौके से मिले सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि वह अपनी बीमारी से परेशान है। उसकी मौत के बाद किसी को परेशान नहीं किया जाए। अशोकागार्डन पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। गार्ड को क्या बीमारी थी, इसका पता नहीं चल पाया है।
पुलिस के अनुसार नरेश कुमार पटेल (Naresh Kumar Patel) (47) मूलतः सागर का रहने वाला था। वह यहां एक निजी सिक्युरिटी एजेंसी (Security Agency) में गार्ड था। खुशीपुरा चांदबड़ में वह किराए का कमरा लेकर पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता था। इन दिनों नरेश की ड्यूटी आईटीआई गोविंदपुरा में चल रही थी। आईटीआई परिसर में पीछे की तरफ ITI ग्लोबल पार्क है। यहां एक बिल्डिंग बन रही है। रविवार की शाम नरेश को ग्लोबल आईटी पार्क की तरफ जाते देखा गया था। उसी जगह शाम 6 से 7 बजे के बीच में उसने फांसी लगा ली। शाम सात बजे तक जब परिसर में लाइट नहीं जली तो नरेश का साथी गार्ड उसे देखने पहुंचा। लाइट जलाते ही उसने शव को फांसी पर लटका देखा और पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस को नरेश के शव से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि वह बीमारी से परेशान हो गया है। वह अपनी मर्जी से फांसी लगा रहा है। उसकी मौत के बाद किसी को परेशान नहीं किया जाए।
अखबार की नौकरी छोड़कर बन गए थे सिक्युरिटी गार्ड
मृतक का बड़ा बेटा आकाश पटेल 12 वीं पास करके प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। जबकि छोटा बेटा दसवीं क्लास में पढ़ता है। आकाश ने बताया कि उसके पिता पहले एमपी नगर स्थित प्रेस कॉम्प्लेक्स में एक समाचार पत्र (नवदुनिया नहीं) में काम करते थे। वे एचआर विभाग में थे। बाद में उन्हें फाइनेंस में कर दिया था। इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी। वर्तमान में वह आईटीआई में सिक्युरिटी गार्ड थे। उन्हें क्या बीमारी थी, इस बारे में आकाश को भी मालूम नहीं है।