जबलपुर। नगर निगम के अपर आयुक्त जीएस नागेश पर राइट टाउन निवासी आशीष चौबे ने प्रॉपर्टी विवाद में पक्षकार को धमकाने का आरोप लगाया है। आशीष चौबे का करीब 2 करोड़ कीमत की एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। आशीष ने आरोप लगाया कि अपर आयुक्त जीएस नागेश ने उन्हे फोन करके मानस भवन स्थित स्मार्ट सिटी कार्यालय बुलवाया और दूसरी पार्टी को 50 लाख रुपए देने को कहा। इस दौरान उन्होंने गालियां और धमकी भी दी। जिसकी शिकायत ऊखरी पुलिस चौकी में दर्ज कराई गई है।
यह आरोप लगाया गया, अपर आयुक्त ने प्रतिक्रिया नहीं दी
आशीष ने बताया कि राइट टाउन में त्रिवेणी बाई मंदिर ट्रस्ट स्थित म.न. 2181 में 4 हजार वर्गफुट जमीन की लीज उनके पिता के नाम थी। जमीन को लेकर राइट टाउन निवासी ज्ञान अहूजा से उनका विवाद चल रहा है। उक्त विवादित जमीन उन्होंने डॉ.कोठारी को बेच दी। आशीष का आरोप है कि 3 जून को रात 8ः25 बजे नगर निगम के संपदा शाखा से उनके मोबाइल पर कॉल आया। कहा गया कि स्मार्ट सिटी कार्यालय पहुंचे। स्मार्ट सिटी कार्यालय पहुंचे तो अपर आयुक्त ने देखते ही गाली देना शुरू कर दिया और ज्ञान आहूजा को 50 लाख रुपए देने कहा। धमकी दी गई कि लीज निरस्त करवा दूंगा। जिसकी शिकायत ऊखरी थाने में दी गई है। जबकि स्मार्ट सिटी कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज 8ः25 से 9ः30 बजे तक के सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखे जाने की मांग की गई है। प्रेसवार्ता के बाद अपर आयुक्त ने पत्रकारों के फोन रिसीव करना बंद कर दिए। मैसेज का भी जवाब नहीं दिया।
फर्जीवाड़ा कर खुद हड़पी जमीनः आहूजा
इस संबंध जब ज्ञान आहूजा से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि उक्त जमीन सक्सेना परिवार की थी। सक्सेना परिवार ने मंदिर बनाने के लिए जमीन दी थी। 1973 में ट्रस्ट बनाया था। आशीष चौबे ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़प ली है। जमीन से जुड़े पूरे दस्तावेज उनके पास है। जिसकी शिकायत कई बार की जा चुकी है। रुपए मांगने का आरोप बेबुनियाद है। नगर निगम अपर आयुक्त के संबंध को लेकर जो आरोप लगाए गए वह बेबुनियाद है मुझसे इसका कोई लेना देना नहीं है।