भोपाल। खबर जबलपुर से आ रही है। यहां स्थित है सुकून होटल। पुलिस ने यहां छापामार कार्रवाई की एवं बिना आईडी के होटल रूम में रुके जोड़ों के खिलाफ 188 की कार्रवाई की। पुलिस का कहना है कि इस होटल में कपल्स को प्रति घंटा की दर से होटल रूम उपलब्ध कराया जाता है। यह अनैतिक गतिविधियों के तहत अपराध है। पुलिस की छानबीन के दौरान होटल में डिंडौरी के तहसीलदार विवेक त्रिपाठी मिले।
कोतवाली थाना पुलिस की ओर से बताया गया कि अग्रवाल कॉलोनी में संचालित सुकून होटल पर कोतवाली थाना पुलिस ने दबिश दी। किसी अनैतिक गतिविधि होने की सूचना पर छापामार कार्रवाई करने पहुंची जबलपुर की कोतवाली थाना पुलिस ने होटल के रजिस्टर को खंगाला तो कई जोड़े बिना आईडी प्रूफ के पाए गए। सीएसपी के नेतृत्व में की गई इस छापेमारी में होटल के पूरे रिकॉर्ड्स भी खंगाले गए। इसमें कई तरह की खामियां मिली। करीब एक घंटे तक छानबीन और पूछताछ के बाद पुलिस ने होटल समेत बिना आईडी के रुके जोड़ों पर धारा 188 के तहत कार्रवाई कर दी।
पकड़ाए डिंडौरी के तहसीलदार भी
हल्की निली शर्ट पहने तहसीलदार पुलिस के सवालों के आगे कुछ नहीं बोल सके। सूत्रों का कहना हे कि सुकून होटल, तहसीलदार विवेक त्रिपाठी की संपत्ति है। ये वही तहसीलदार हैं जिन्हें खोजने के लिए कुछ माह पूर्व डिंडौरी कलेक्टर ने जबलपुर कलेक्टर को पत्र लिखा था। ये पत्र इस वजह से लिखा गया था, क्योंकि, ज्वाइनिंग के बाद से त्रिपाठी का कोई पता नहीं था। बाद में मीडिया के सामने आकर तहसीलदार ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया था। मिली जानकारी के अनुसार तहसीलदार विवेक त्रिपाठी की करोड़ों की कई घोषित और अघोषित संपत्ति भी हैं। अब ये जांच का विषय है कि आखिर मेडिकल लीव पर चल रहे तहसीलदार छापे के वक्त होटल में कैसे पहुंचे। क्या सरकारी नौकरी छोड़कर वह यहां होटल संचालित कर रहे हैं ?
होगी विधिवत कार्रवाई
जबलपुर सीएसपी कोतवाली दीपक मिश्रा ने कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि अग्रवाल कॉलोनी के सुकून होटल में कुछ अवांछनीय लोग रुके हुए हैं। उन्होंने कहा कि उस सूचना के आधार पर होटल में चेकिंग की गई। होटल के रजिस्टर में कुछ खामियां पाई गई हैं। इस मामले में विधिवत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि होटल में कई तरह की अनियमितताएं पाई गई हैं।