जबलपुर। मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने ऐसे प्राचार्यों पर कार्रवाई की मांग की है। जिन्होंने 30 और 24 वर्षों सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षकों का प्रस्ताव क्रमोन्नति के लिए वरिष्ठ कार्यालय नहीं भेजा है। संघ के प्रांतीय सचिव राबर्ट मार्टिन ने बताया कि संकुल प्राचार्य और कार्यालय प्रमुखों की हीलाहवाली के चलते कई शिक्षक क्रमोन्नति से वंचित हो जाएंगे।
प्रस्ताव नहीं भेजे जाने से शिक्षक संकुल और वरिष्ठ कार्यालयों के चक्कर काटने मजबूर हैं। इस संबंध में शिक्षक जब जानकारी कर्मचारी जगत लेने प्राचार्यों के पास पहुंचते हैं तो उन्हें सही जवाब नहीं दिया जाता था। संघ के जयंत गुप्ता, निर्मल अग्निहोत्री, जियाउर्रहीम, मीनूकांत शर्मा, दुर्गेश पांडेय, दिनेश गौड़, शहीर मुमताज, विनोद सिंह सहित अन्य ने दोषी प्राचार्यों पर कार्रवाई की मांग जिला शिक्षा अधिकारी से की है। नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता की मांग -मध्यप्रदेश गुरुजी संविदा अध्यापक संघ ने शासन से गुरुजियों को अन्य शिक्षक संवर्गों के अनुसार नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता देने की मांग की है। संघ के रामगिरी गोस्वामी ने बताया कि मप्र शासन ने कहा था कि तीन माह में गुरुजी संवर्ग को नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता दी जाएगी किंतु आज तक इसके आदेश जारी नहीं हुए है।
संघ के जागेश्वर यादव, विनय गर्ग, महेन्द्र तिवारी, सुरेन्द्र तिवारी, बलराम खरे, सुखदेव यादव, रामकिशोर, रविन्द्र राय, नरेश विश्वकर्मा, राममिलन चौकसे सहित अन्य ने बताया कि 22 जून को पूरे प्रदेश में इस मांग को लेकर सीएम के नाम कलेक्टरों को ज्ञापन दिया जाएगा। इसके बाद भी मांग पूरी नहीं होती है तो जुलाई में राजधानी में जाकर प्रदर्शन किया जाएगा।