जबलपुर। शहर की बेटी ऋचा जैन जिंदल के प्रथम कविता संग्रह ऋचाएं की पांडुलिपि को लंदन में भारतीय उच्चायोग की ओर से डॉ. लक्ष्मीमल सिंघवी अनुदान योजना (2018) के तहत 250 पाउंड की राशि व मानपत्र देकर सम्मानित किया गया है।
शहर के शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद ऋ चा करीब 10 साल तक आईटी में कार्यरत रहीं। इसके बाद उन्होंने पुणे में जर्मन भाषा का अध्ययन किया व अपने लैंग्वेज इंस्टिट्यूट की स्थापना की। ऋ चा ने वर्ष 2016 से लेखन क्षेत्र में गंभीरता से प्रयास किया।
उन्हें लंदन की वाणी नामक संस्था से भी एशियन वुमन ऑथर ऑफ द ईयर 2018 का सम्मान मिल चुका है। उनकी कविताएं देश-विदेश की पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। ऋचा शहर की सौंदर्य विशेषज्ञ सुनीता जैन व इंजी. एमएल जैन की सुपुत्री हैं।